महा कुम्भ 2021

आईजी कुंभ ने उद्यमियों के साथ बैठक कर लिए सुझाव:देखे वीडियो


हरिद्वार।
कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने मेला नियंत्रण भवन के सभागार में विभिन्न सिडकुल इंडस्ट्री एसोसिएशनस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कुम्भ मेले की व्यवस्थाओं के सम्बंध में विचार विमर्श किया। साथ ही उद्यमियों ने कई सुझाव उन्हें दिए।
सर्वप्रथम पुलिस महानिरीक्षक महोदय द्वारा गोष्ठी में आये समस्त एसोसिएशनस के पदाधिकारियों का स्वागत किया। आगामी कुम्भ मेला 2021 की व्यवस्थाओं के सम्बंध में उनके सुझाव आमंत्रित किये। हरेंद्र गर्ग अध्यक्ष सिडकुल एसोसिएशन ने बताया कि सिडकुल में स्थापित उद्योगों द्वारा 97% कच्चे माल का आयात अन्य प्रदेशों से किया जाता है। इतना ही तैयार माल बाहरी प्रदेशों को भेजा जाता है। इससे स्पष्ट है कि हर तरह के माल का समय से आवागमन उद्योगों के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है। इसलिए आवश्यक है कि स्नान पर्वों के समय कि जब भी औद्योगिक वाहनों का आवागमन बन्द किया जाए अथवा आवागमन का मार्ग बदला जाए तो इसकी सूचना समय से प्रदान की जाए।
इसके अतिरिक्त कुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था के साथ साथ औद्योगिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था भी बनाई जाए। अरुण सारस्वत अध्यक्ष सिडकुल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के द्वारा उद्योगों में कार्य करने वाले वर्कर्स के स्नान पर्वों पर आवागमन में उतपन्न होने वाले व्यवधान के सम्बंध में बताते हुए वर्कर्स के आने जाने की सुगम व्यवस्था बनाये जाने की आवश्यकता बताई। यदि सम्भव हो तो कुम्भ के यातायात और औधोगिक वाहनों के यातायात की अलग अलग यातायात योजनाएं बनाई जाए। राज अरोड़ा, जरनल सेक्रेटरी सिडकुल मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन उत्तराखंड के द्वारा उद्योगों और मेला पुलिस प्रशासन के मध्य उच्चकोटि का समन्वय बनाये जाने के लिये एक व्हाट्सएप ग्रुप और एक सक्षम नोडल अधिकारी को नियुक्त किये जाने का सुझाव दिया। संगठनों के पदाधिकारियों की समस्याएं और सुझाव जानने के बाद संजय गुंज्याल ने कहा कि स्नान पर्वों के दौरान अधिक भीड़ की संभावना के दृष्टिगत भारी वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित किया जाना अथवा उनका मार्ग बदला जाना परिस्थितियों के अनुसार अत्यंत आवश्यक होता है। परंतु जब भी इस प्रकार की कोई व्यवस्था लागू की जाएगी तो सिडकुल एसोसिएशन को समय से अवगत कराया जाएगा। इसी प्रकार औधोगिक इकाइयों में काम करने वाले वर्कर्स, लेबर के आवागमन पर भी स्नान पर्वों में यातायात प्रतिबंध लागू रहेंगे। इसलिए आवश्यक है कि पूर्व में हुए महाकुम्भ एवम अन्य बड़े मेलों के आयोजनों के अनुभवों को दृष्टिगत रखते हुए औधोगिक इकाइयां पूर्व से अपनी अपनी तैयारियां और व्यवस्थाएँ बनाकर रखे। अप्रैल माह में आयोजित होने वाले मुख्य शाही स्नान पर्व बैसाखी पर कम से कम 4-5 दिन पूर्ण रूप से यातायात प्रतिबंध लागू रहेंगे इसलिए सभी औद्योगिक इकाइयां उक्त परिस्थितियों के लिये तैयार रहें। पुलिस उपाधीक्षक प्रकाश देवली ने कहा कि अपने अपने वाहन चालकों को बता कर रखें कि जब भी कुम्भ के दौरान यातायात योजना लागू हो और बीच मे कुछ समय के लिये नो एंट्री खोली जाए तो वे शीघ्रता से अपने वाहनों को औधोगिक क्षेत्र में लाने का प्रयास करें। इसके अलावा स्नान पर्वों के दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों पर अनफिट भारी वाहनों के संचालन से बचा जाए। औद्योगिक उत्पादन की दर को बनाये रखने के लिये कुम्भ के दौरान साप्ताहिक बंदी के दिनों में वर्कर्स/लेबर से कार्य कराया जाय तथा स्नान पर्व दिवसों पर अवकाश दिया जाए। सुरजीत पंवार, पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला ने कहा कि सभी औद्योगिक इकाइयां अपने यहां काम कर रहे वर्कर्स/लेबर की सही संख्या और उनकी पूर्ण जानकारी अद्यावधिक करके रखे, ताकि सत्यापन के समय कोई दुविधा न रहे।
इसके बाद आईजी कुम्भ संजय गुंज्याल ने कहा कि समस्त औद्योगिक इकाइयों से महाकुंभ 2021 के दौरान सामाजिक एवम मानवीय सेवा के सरोकारों से जुड़े कार्यों में सहभागी बनने का आवाहन किया, जिसके उत्तर में उपस्थित एसोसिएशनस के पदाधिकारियों द्वारा पुलिस महानिरीक्षक को आगामी कुंभ के दौरान एम्बुलेंस सेवा प्रदान करने तथा अन्य आवश्यक सामाजिक/मानवीय कार्यों में बढ़चढ़ कर सहभागिता करने का आश्वासन दिया।बैठक में एसपी सिटी कमलेश उपाध्यक्ष, एएसपी मनीषा जोशी, एएसपी मुकेश ठाकुर, कमल सिंह पंवार, इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह आदि उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button