
हरिद्वार। कनखल की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री रामेश्वर आश्रम सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट मे कलश शोभा यात्रा निकालकर श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। कलश शोभा यात्रा परशुराम घाट से कथा मंडप तक धूमधाम हर्षोल्लास के साथ निकाली गई।
प्रथम दिन विशिष्ट अतिथि के रूप में निर्माण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज , अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहन्त रवींद्र पुरी महाराज, श्रीजयराम आश्रम पीठाधीश्वर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज,स्वामी रभी देव महाराज, सुतीक्ष्ण महाराज ,दिनेश दास महाराज,महंत रघुवीर दास,महंत गुरूमीत,ने दीप प्रज्वलित कर श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया।कथा व्यास बालसंत महामंडलेश्वर रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने व्यास पीठ से श्रद्धालु भक्तों को श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि जीवन परमार्थ के लिए मिला है जीवन को परमार्थ मे लगाना चाहिए।उन्होंने कहा कि संन्यासियों का धर्म समाज के उत्थान राष्ट्र की एकता अखंडता सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार, मठ मंदिर आश्रम स्कूलों अस्पताल बनाकर समाज को नई दिशा देने का उत्तरदायित्व है।संतो का समूचा जीवन देश व समाज को समर्पित होता है।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहन्त रवींद्र पुरी महाराज ने श्रद्धालु भक्तों से कहा कि तीर्थ नगरी में गौ गंगा गीता गुरु माता पिता की सेवा करने से जीवन का कल्याण होता है और जीवन में सुख शांति समृद्धि स्थापित होती है। आचार्य महामंडलेश्वर निर्वाण पीठाधीश्वर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने कहा कि श्रद्धा और विश्वास के साथ हमे भक्ति करनी चाहिए तभी जीवन का कल्याण संभव है।गुरुदेव के बताए मार्ग पर चलकर जीवन का कल्याण होता है उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा काली काल में जीवन का उद्धार करने वाली कथा है।
श्री जयराम आश्रम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि कलयुग में जीवन को सच्चे मन से आध्यात्म और गुरुजन को समर्पित करके जीवन का कल्याण हो जाता है उन्होंने कहा कि आध्यात्म का मार्ग हमे विचलित नही होने देता और गुरु हमे अंधकार से उजाले की ओर ले जाने का कार्य करते हैं।उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण मात्र से जीवन का कल्याण हो जाता है। इस अवसर पर ब्रजभूषण, अरुण, नारायण शर्मा,
शंकर शर्मा,आशीष, गोविंद लंडन कौशल,अजय गोयल,सुरेश कुमार, सज्जन कुमार, अतुल गर्ग ,पोनी गर्ग ,श्याम गुप्ता ,पंकज सिंगला, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के साथ साथ भारत के कोने कोने से श्रद्धालु ने प्रतिभाग किया।