उत्तराखंडहरिद्वार

युवा पीढ़ी को हिंदी की मुख्य विधा कविता लेखन की ओर आकर्षित करने का उत्तम कार्य कर युवाओं को  संस्कारवान बनाने का कार्य किया है:श्रीमहंत रविंद्र पुरी

संदीप शर्मा


Haridwar।शनिवार को आज एस एम जे एन ( पी जी) कालेज के प्रांगण में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज के पावन सानिध्य में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का मुख्य अतिथि जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज कार्यक्रम अध्यक्ष पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ,अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज, वशिष्ठ अतिथि महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि महाराज व प्राचार्य डा सुनील कुमार बत्रा ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।

मुख्य अतिथि जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने राष्ट्रीय कवि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि जहाँ न पहुंचे रवि वहा पहुंचे कवि।
कवि दर्द महसूस करता है और उस दर्द को अपने शब्दो मे बयां करता है।
कवि बनने के लिए पागलपन की हद से गुज़र कर महसूस करना पड़ता है तब कविता लिखी जाती है।उन्होंने कहा कि समाज को कविता के माध्यम से कवि आयंना दिखाने का काम करते हैं,लोगो को हंसाना बड़ा मुश्किल काम है।उन्होंने कहा कि कवि हास्य व्यंग कर लोगो को हंसा तो सकते है परंतु हास्य न बन जाए ये ध्यान रखना होगा।

 

राष्ट्रीय कवि सम्मेलन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा कि तीर्थ नगरी में एस एम जे एन कालेज ने राष्ट्रीय कवि सम्मेलन आयोजित कर युवा पीढ़ी को कविता लेखन की ओर आकर्षित करने का अच्छा कार्य किया है जहा युवा पीढ़ी मोबाईल और अन्य आधुनिक यंत्रों मे लीन हैं वही श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने युवा पीढ़ी को हिंदी की मुख्य विधा कविता लेखन की ओर आकर्षित करने का उत्तम कार्य कर युवाओं को संस्कारवान बनाने का कार्य किया है।

 


एस एम जे एन कालेज के प्रबंध समिति के अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि राष्ट्रभाषा हिन्दी को मजबूत करने में भारत के कवियों की अहम भूमिका है कवि हंसाकर समाज में क्रांति भरने का काम करते है।उन्होंने कहा कि देश की आजादी में कवियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।उन्होंने कहा कि कवि समाज की पीड़ा को समझता है और समाज में घटित घटनाओं को साझा करता है।

 


इस मौके पर एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने सभी का पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह् भेंटकर स्वागत किया। राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का मंच संचालन डॉ संजय माहेश्वरी ने किया।राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में डॉ रजनी चौहान,डॉ निखिल चौहान “मन”, ऐलेश अवस्थी,बिजेंद्र कुमार, विश्वा चौहान,सुनहरी लाल,कुमारी नव्या नवेली, मेहताब आलम, अनन्या भटनागर एवं ने काव्य पाठ की प्रस्तुति देकर श्रोताओं का मन मुग्ध कर दिया। राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन कालेज की आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ, हरिद्वार नागरिक मन्च, एवं इनर व्हील क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में नेहा बत्रा,कमला कालरा, पूर्व प्राचार्य प्रो पीएस चौहान, सतीश जैन, अरविंद शर्मा एडवोकेट, हरित ऋषि विजय बघेल, जगदीश लाल पाहवा, सुरेन्द्र चौधरी,डॉक्टर संतोष चौहान,आदेश त्यागी,अरविंद शर्मा,डॉक्टर सत्य नारायण शर्मा, मोना जैन, हरि गोपाल शास्त्री,अजय कौशिक,प्रमोद शर्मा,डॉक्टर शिव कुमार चौहान,डॉक्टर जेसी आर्य,विनय थपलियाल,डॉक्टर रूचिता सक्सेना,डॉक्टर विनीता चौहान,डॉक्टर पल्लवी शर्मा,डॉक्टर मीनाक्षी शर्मा,मनोज सोही,कुमारी अनन्या भटनागर आदि उपस्थित रहे।

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