Haridwar news युवा जागृति विचार मंच के प्रवीण शर्मा ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश को नशा मुक्त अभियान के तहत जन जागरूकता अभियान पूरे प्रदेश में चला रहे हैं। लेकिन सरकारी कार्यालयों एवं शिक्षा के मंदिर में शराब पीने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मातृशक्ति के लिए भी सरकारी कर्मचारी अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि वायरल वीडियो में शराब पी रहे कर्मचारियों अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
धर्म नगरी की मान मर्यादाओं को भी ठेस पहुंचाई जा रही है। नशा मुक्ति संकल्प को भी प्रभावित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशा समाज के लिए अभिशाप है, नशा बुराइयों की जड़ है। उत्तराखंड को नशे से बचाना है। शराब, स्मैक, सुल्फा, चरस, गंाजे पर पूर्ण रूप से रोग लगनी चाहिए। युवा जागृति विचार मंच लगातार नशे के प्रति लोगों को जागरूक कर रहा है।
Haridwar news मनीष चैहान ने कहा कि सरकारी कार्यालय में कर्मचारियों द्वारा शराब पीना दुर्भाग्यपूर्ण है। जब सरकारी कर्मचारी ही इस तरह का उदाहरण पेश करेंगे तो राज्य को नशा मुक्ति कैसे बनाया जा सकता है। ऐसे कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। नशे को जड़ से समाप्त करना है। ऐसे कर्मचारियों को चिन्हित कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जिससे समाज में सकारात्मक संदेश पहुंचे। मनीष चैहान ने कहा कि मंच का प्रत्येक कार्यकर्ता नशे के खिलाफ एकजुट होकर अभियान चला रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए अभियान चला रहे हैं। ऐसे में हमारा भी कर्तव्य बनता है कि उनके इस अभियान में अपना सहयोग प्रदान करें। लेकिन सरकारी कार्यालय में शराब पीने का वीडियो दुर्भाग्यपूर्ण है।
हिमांशु राजपूत, नितिन कर्णवाल, निखिल भारद्वाज, आदित्य प्रजापति, आकाश शर्मा, कपिल आदि मौजूद रहे।