दिवंगत अजीत सिंह की आत्मा की शांति के लिये जाट महासभा ने किया यज्ञ

हरिद्वार।इन्द्रलोक यज्ञ कमेटी द्वारा साप्ताहिक यज्ञ के साथ चौ0 अजीत सिंह की आत्मा की शांति के लिये यज्ञ में विशेष वैदिक मन्त्रो से आहुति देकर ईश्वर से उनकी आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की गई।
यज्ञ सुबह 8.बजे सामुदायिक केंद्र इन्द्रलोक में सम्पन्न किया गया जिसके यज्ञमान कुसुम आर्य व श्री जोबिन्दर पाल आर्य ब्रह्मा चौ0 देवपाल सिंह राठी रहें।
यज्ञ के पश्चात उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए यज्ञ कमेटी के सदस्य व जाट महासभा पंचपुरी,हरिद्वार के अध्यक्ष चौ0 देवपाल सिंह राठी ने कहा कि चौ0 अजीत सिंह किसानों के दिल की धड़कन की तरह थे जो कोरोना से हार कर आज हमारे बीच नही रहे लेकिन किसनो के प्रति उनके द्वारा किये गए कार्य,उनके विचार हमेशा हमारे साथ रहेंगे।
उनके जाने के बाद मानो किसान,मजदूर,बुनकर सभी शून्य हो गए है वे ऐसे समय हमे छोड़कर चले गए जब किसान,मजदूर को उनकी सबसे अधिक आवश्यकता थी। आज भी किसान तीनो कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली के चारो ओर बोर्डर पर डेरा डाले बैठा हुआ है लेकिन असहाय नजर आ रहा है उनके न होने से सभी दिल रो रहा है।
नरेश पाल बलियान ने कहा कि चौ0 अजित सिंह जी सत्ता में नही थे लेकिन किसनो ने कभी ये नही सोचा कि वो सत्ता से बाहर है वे सत्ता में न रहते हुए भी किसनो की ताकत थे जिसका अहसास उन्होंने समय समय पर कराया भी,जब सरकार किसानों को गाजी पुर बोर्डर से रात में हजारों फोर्स के बल पर हटाना चाहती थी तो नरेश टिकैत असहाय होकर व्यथित मन से बोल बैठे कि मैंने तो वोट मोदी को दी थी आज सरकार मेरे साथ विश्वासघात कर रही,जब चौधरी साहब को इस बात का पता चला तो उन्होंने नरेश व राकेश टिकैत से बात कर कहा कि मैं आपके साथ हु आपको कोई हटा नही सकता उसके बाद सरकार को अपने कदम वापस लेने पड़े,ऐसी अनेको घटनाएं है जब चौ0 अजित सिंह किसनो व उनके परिवारो के साथ खड़े मिले।
जोबिन्दरपाल आर्य ने कहा कि जब सोरम गांव में संजीव बालियान के गुंडों ने निहत्थे गांववासियों पर हमला किया तो चौ0 अजित सिंह तुरन्त उनकी ढाल बनकर उनके बीच पहुँच गए ऐसे किसान नेता को हमारा नमन।
इस अवसर पर निम्न उपस्थित रहे।
चौ0 देवपाल सिंह राठी,कुलबीर सिंह,जोबिन्दर पाल आर्य ,पंकज चौहान, हेमंत मलिक , नरेंद्र सिंह तेवतिया, रणवीर सिंह पँवार , अनुपम शौर्य वर्धन, नरेश बालियान, हरपाल सिंह ,नरेंद्र सिंह, रणवीर सिंह, आद्या सिंह आर्य वर्धन, हर्षवर्धन, मनवीर सिंह सिरोही, कुसुम लता आर्य सम्मलित रहे।