उत्तराखंडहरिद्वार

दिव्य संत थे ब्रह्मलीन स्वामी भोलानन्द गिरी:स्वामी तेजसानन्द गिरी

ब्रह्मलीन स्वामी भोलानन्द गिरी महाराज के निर्वाण दिवस पर निकाली शोभायात्रा

हरिद्वार, 28 अप्रैल। ब्रह्मलीन स्वामी भोलानन्द गिरी महाराज के 94वें निर्वाण दिवस के अवसर पर भोलागिरी रोड़ स्थित श्री भोलानन्द सन्यास आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी तेजसानन्द गिरी महाराज के सानिध्य में आश्रम से हरकी पैड़ी तक शोभायात्रा निकाली गयी। पूजा अर्चना के पश्चात सुन्दर झांकियों व बैण्ड बाजों के साथ आश्रम से शुरू हुई शोभायात्रा जूना अखाड़ा चैक, अपर रोड़ होते हुए हरकी पैड़ी पहुंची। हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन के पश्चात शोभायात्रा बिल्केश्वर मंदिर पहुंची। शोभायात्रा के बिल्केश्वर मंदिर पहुंचने पर स्वामी तेजसानन्द गिरी व आश्रम के अन्य संतों ने मंदिर में स्थित भोलागिरी गुफा में अभिषेक व पूजन किया। शोभायात्रा के शुभारंभ पर महामण्डलेश्वर स्वामी तेजसानन्द गिरी महाराज ने कहा कि पूज्य गुरूदेव ब्रह्मलीन स्वामी भोलानन्द गिरी महाराज दिव्य संत थे। जिन्होंने जीवन पर्यन्त सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान करने के साथ सेवा प्रकल्पों की स्थापना कर समाज को मानव सेवा का संदेश दिया। ब्रह्मलीन स्वामी भोलानन्द गिरी महाराज द्वारा स्थापित सेवा परंपरा को निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी को ब्रह्मलीन स्वामी भोलानन्द गिरी महाराज की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए मानव सेवा में योगदान करना चाहिए। आश्रम के सचिव स्वामी गोपालानन्द गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन भोलानन्द गिरी महाराज समाज के प्रेरणा स्रोत थे। उनकी शिक्षाएं आज भी श्रद्धालु भक्तों का मार्गदर्शन प्रदान कर रही है। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि संत महापुरूष ही ज्ञान की प्रेरणा देकर भक्तों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता बनाए रखने में ब्रह्मलीन स्वामी भोलानन्द गिरी महाराज का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। इस अवसर पर आश्रम के सहसचिव स्वामी शिवप्रकाशानन्द गिरी, कोषाध्यक्ष स्वामी निर्मलानन्द सरस्वती, स्वामी सच्चिदानन्द सरस्वती, राधे आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त शामिल रहे।

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