भैया दूज पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने दी शुभकामनाएं

राजीव कुमार
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने भैया दूज के पावन पर्व पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भैया दूज भाई और बहन के पवित्र संबंध, श्रद्धा, प्रेम और स्नेह का सबसे सुंदर प्रतीक है। यह पर्व भारतीय संस्कृति में रिश्तों की गहराई और परिवार के प्रति समर्पण का संदेश देता है।
महाराज श्री ने कहा कि यह त्योहार बहन के प्यार और भाई की सुरक्षा के वचन का उत्सव बनकर हर घर में आनंद और अपनापन का वातावरण बनाता है। भैया दूज का यह पर्व यमराज और उनकी बहन यमुनाजी के स्नेह से प्रेरित है। पौराणिक कथा के अनुसार, जब यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए, तो यमुनाजी ने उनका तिलक कर दीर्घायु होने का आशीर्वाद दिया। तभी से यह परंपरा चली आ रही है कि हर भैया दूज पर बहनें अपने भाई का तिलक कर उसकी कुशलता की कामना करती हैं।
उन्होंने बताया कि इस दिन बहनें पूजा की थाली सजाती हैं, तिलक और आरती के बाद मिठाई खिलाकर अपने भाई की लंबी उम्र की मनोकामना करती हैं। बदले में भाई बहन की रक्षा और सुख की कामना करते हुए उसे उपहार देता है। इस दिन घरों में हंसी-खुशी का माहौल होता है और बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं।
महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि भैया दूज हमें यह याद दिलाता है कि सच्चे रिश्तों का कोई विकल्प नहीं होता। यह पर्व अपने भाई-बहनों के प्रति प्रेम और कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देता है। चाहे बहन किसी दूर शहर या विदेश में हो, वह अपने भाई की लंबी उम्र और सफलता के लिए मन से प्रार्थना करती है।उन्होंने सभी से आग्रह किया कि इस शुभ अवसर पर भाई अपनी बहन की खुशियों के लिए समर्पित रहें और बहनें अपने भाइयों की उन्नति और सुरक्षा की कामना करें।
अंत में उन्होंने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा — “मां भगवती मनसा देवी का आशीर्वाद आप सब पर सदा बना रहे। हर भाई-बहन के जीवन में प्रेम, स्नेह और सुख का उजियारा बना रहे। हर हर महादेव।”