हरिद्वार/दीपक गोस्वामी
अधिवक्ता डॉ अरविंद कुमार श्रीवास्तव की पुस्तक दंगे का ऑनलाइन गोष्टी के माध्यम से विमोचन किया गया है।
सुपर पॉवर ऑथर व अध्ययन बुक्स प्रकाशन के संयुक्त विमोचन प्रसिद्ध एंकर स्मृति आनंद शर्मा ने किया।
दंगे पुस्तक के लेखक अरविंद श्रीवास्तव करीब 23 वर्षों में वकालत के पेशे से जुड़े हुए हैं।उनके कानूनी व सामाजिक सामाजिक मुद्दों पर लिखी गई तीन पुस्तकों का पूर्व में प्रकाशन हो चुका है।जिसमें बताया गया कि किस तरह डॉक्टर अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं के लिए गए साक्षात्कार इंडिया पॉलिसी फाउंडेशन में प्रकाशित पुस्तक’मैं भी नारी हूं”में शामिल किया गया। इसके अलावा डॉ श्रीवास्तव ने बलात्कार जैसी सामाजिक बुराई पर पुस्तक “मैं निर्भयाl हूं..?” लिखी।इस पुस्तक के लिए लिए उन्हें उकियूतो प्रकाशन हाउस ने बेस्ट संकलन से नवाजा था।वहीं, “हां! मैं विवादित हूं…?” पुस्तक के लिए भी उन्हें साहित्य रत्न पुरस्कार व डॉक्टरेट की मानव उपाधि से सम्मानित किया गया है।डॉ श्रीवास्तव शोषित व निर्धन महिलाओं को उनके न्यायिक व सामाजिक अधिकार दिलाने के लिए अपना रूल एंड लॉ जस्टिस सोसायटी के गठन किया हुआ है।
कई महिलाओं व पुरुषों को न्याय दिलाने का कार्य निरंतर जारी है। श्रीवास्तव की इस पुस्तक को ऑनलाइन गोष्ठी के माध्यम से विमोचन कर ग्लोबल तकनीकी के जरिये अधिक से अधिक लोगों को जानकारी दी।डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के सचिव अनुराग चौधरी, केके सैनी,कुलवंत सिंह चौहान, अविनाश शर्मा, विनय शर्मा, योगमाया कश्यप,सतीश पवार कई वकीलों ने उन्हें बधाई दी।