kotdwar news जड़ी-बूटियाँ आयुर्वेद का अभिन्न अंग हैं जो प्राकृतिक रूप से प्राप्त होती हैं,ऋतु खण्डूडी
kotdwar news विधानसभा कोटद्वार के मालवीय उद्यान में पतंजलि योगपीठ के कुलपति आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर भारत स्वाभिमान न्यास एवम् पतंजलि किसान सिमिति कोटद्वार द्वारा जड़ी बूटी दिवस मनाया गया जिसमे बतौर मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी ने प्रतिभाग किया। विधानसभा अध्यक्ष ने विधिवत दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में मंडल प्रभारी अमित सजवान व जिला प्रभारी दिनेश जुयाल द्वारा योग और आयुर्वेद की जानकारी दी गई और लोगों से योग और आयुर्वेद को अपनाने के लिए आग्रह किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने समस्त कोटद्वार वासियों की ओर से आचार्य बालकृष्ण को जन्मदिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा की आचार्य बालकृष्ण ने भारतीय परंपरा को जीवंत रखने के लिए अपने व्यापक ज्ञान और अनुभव से सहायता प्रदान की हैं। उनके द्वारा शोध और विकास किए गए आयुर्वेदिक उपचार और जड़ी-बूटियाँ लोगों के लिए सबल चिकित्सा संबंधी समस्याओं का समाधान करने में मदद करती हैं।
kotdwar news उन्होंने कहा की आचार्य बालकृष्ण के जड़ी-बूटियों के उपयोग के माध्यम से उन्होंने लोगों को एक स्वस्थ और समृद्ध जीवन जीने का प्रेरणा दिया है। उनके द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों से वे आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बन गए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने जड़ी बूटी के महत्व को बताते हुए कहा की जड़ी-बूटियाँ आयुर्वेद का अभिन्न अंग हैं जो प्राकृतिक रूप से प्राप्त होती हैं और बिना किसी साइड इफेक्ट्स के आवश्यक चिकित्सा लाभ प्रदान करती हैं। ये जड़ी-बूटियाँ हमारे शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं, ऊर्जा देती हैं, और संतुलित रखने में मदद करती हैं। उन्होंने कहा की एक चाय की पत्ती से लेकर, नीम, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, अमला, ब्रह्मी, और शतावरी जैसी कई जड़ी-बूटियाँ हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं। इनमें विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट्स, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के प्रत्येक अंग को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
इस दौरान डॉक्टर चंद्रमोहन बार्थवाल और वैद्य सत्येंद्र कुमार ने औषधीय पौधों के संबंध में जानकारी दी जिसमें गिलोय, एलोवेरा,आंवला,नींबू,अश्वगंधा, पत्थरचट्टा,अजवाइन,हरसिंगार, निर्गुंडी, अश्वगंधा, गुड़मार,नीम, तुलसी, आदि पौधों के बारे में जानकारी दी और इन सभी पौधों का निशुल्क वितरण किया गया।
इस अवसर पूर्व आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा अधिकारी डॉ चंद्रमोहन बर्थवाल, निरंकारी मिशन प्रमुख धीरेंद्र सिंह रावत, दिनेश जुयाल, दलजीत सिंह, नम्रता कंडारी,आर्य समाज प्रमुख सुखदेव शास्त्री, किसान सेवा समिति के जिला प्रभारी चंद्र किशोर असवाल,विजय भाटिया, कमल थापा, महेश आनंद कंडवाल, जितेंद्र काला, विनोद धूलिया, संजय चौहान और विनीता लखेरा, रजनी गुसाईं, राखी नौटियाल, सरिता रावत, रजनी अग्रवाल, आशा रावत, उषा असवाल, बिना रावत, रेनू रावत, रितु, सुशील चौहान आदि उपस्थित रहे।