

-आज हिंदू समाज स्वावलंबी बनकर खड़ा है
-हिंदू समाज के लिए महाराणा प्रताप एक आदर्श के रूप में हमेशा जाने जाएंगे
हरिद्वार। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की ओर से सोमवार को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि हरिद्वार स्थित एक बैंकट हॉल में शौर्य दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर सभी ने महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बाबा हठयोगी ने कहा की महाराणा प्रताप क्षत्रिय समाज के साथ-साथ हिंदू समाज के एक महान योद्धा थे जिन्होंने मुगलों का आधिपत्य स्वीकार नहीं किया था। आज हिंदू समाज स्वावलंबी बनकर खड़ा है। तो उसके पीछे महाराणा का बलिदान है।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ब्रिजेश सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने जिस तरह से अपने प्राणों की परवाह किए बिना हिंदू समाज की रक्षा मरते दम तक की उसे हिंदू समाज कभी नहीं भुला पाएगा। हिंदू समाज के लिए महाराणा प्रताप एक आदर्श के रूप में हमेशा जाने जाएंगे।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ एच के सिंह ने कहा की मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए संपूर्ण जीवन बलिदान कर देने वाले भारतवर्ष की धरती को धन्य करने वाले महान योद्धा महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का नाम इतिहास में क्षत्रिय स्वाभिमान के लिए जाना जाता है। महाराणा प्रताप सभी वर्गों सभी धर्मों को साथ लेकर चलते थे। उन्होंने घास की रोटी खाई लेकिन मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की। डॉ. एच के सिंह ने कहा की महाराणा प्रताप वीर शिवाजी पृथ्वीराज चौहान यह भगवान तो नहीं लेकिन आज हमारे घरों में भगवान इन्हीं की वजह से है। कार्यक्रम के दौरान मौजूद सभी पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय स्तर पर शौर्य दिवस के रूप में मनाने की भी शपथ ली। कार्यक्रम में उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी क्षेत्रीय संगठनों के अध्यक्ष व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस मौके पर पवन चौहान, लोकेंद्र सिंह, प्रधान सचिन चौहान, लक्ष्य चौहान, रविंद्र सिंह चौहान, इं. एसके सिंह, इं. बलवंत सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी जेपी बडोनी, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान, केपी सिंह, भारत भूषण, राजेंद्र सिंह चौहान, बलराम सिंह चौहान, तेज सिंह चौहान, सुनील चौहान, डॉ. एनएस राणा, पुखराज सिंह चौहान आदि सैकड़ों लोग उपस्थित थे।