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ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज का समूचा जीवन देश और संत समाज को था समर्पित: श्रीमहंत रविंद्रपुरी

प्रयागराज श्री मठ बाघंबरी गद्दी में मनाई गई ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की प्रथम पुण्यतिथि

प्रयागराज/हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष व श्री मठ बाघंबरी गद्दी के परमाध्यक्ष ब्रह्मलीन श्री महंत नरेंद्र गिरि जी महाराज की प्रथम पुण्यतिथि के
अवसर पर आज प्रयागराज में उनकी गद्दी लेटे हुए हनुमान जी मंदिर में वार्षिक श्राद्ध मनाया गया अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और देश भर के संतो महंतो अखाड़ों महामंडलेश्वर और राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओ के साथ विश्वगुरु शंकराचार्य दशनाम गोस्वामी समाज ने समाधि स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित कर पुण्य आत्मा की शांति हेतु श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेंद्र गिरि जी महाराज का समूचा जीवन देश और संत समाज को समर्पित था उन्होंने जीवन पर्यन्त सनातन धर्म और सनातन संस्कृति की रक्षा करते हुए संत समाज के मान सम्मान को आगे बढ़ाने का कार्य किया। श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेंद्र गिरि जैसी पुण्यात्मा ही सनातन धर्म को अग्रसर करने में जीवन भर जुटे रहते है उन्हे अपने जीवन की कोई परवाह नही होती है उन्होंने अपने जीवन काल में बड़े बड़े महाकुंभ मेले के आयोजन निर्विघ्न सम्पन्न कराए और संतो महंतो अखाड़ों महामंडलेश्वर का मान मर्यादा को देश में ही नही अपितु विश्व में बढ़ाने का काम किया।इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद राष्ट्रीय महामंत्री व श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्टीय संरक्षक श्री महंत हरि गिरि महाराज ने ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेंद्र गिरि जी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे हमेशा देश और संत समाज को उचाइयो तक पहुंचाने में जुटे रहते थे जब जब उनसे भेंटवार्ता होती थी तो केवल सनातन धर्म और संस्कृति को बढ़ाने की चर्चा करते थे।उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेंद्र गिरि जैसी पुण्यात्मा संत समाज को मिलना दुर्लभ है उनके साथ बड़े बड़े महाकुंभ मेला का आयोजन में कंधे से कंधा मिलाकर साथ निभाया और मेले को सकुशल संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाने का अवसर मिला। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज त्याग तपस्या की प्रतिमूर्ति थे उन्होंने जीवन भर लोक कल्याण की कामना की ओर भगवान लेटे हुए श्री हनुमान जी की पूजा अर्चना कर अपने विचारों को सरकार से समाज तक पहुंचाने का कार्य किया है।अवसर पर निरंजनी अखाड़े की तरफ से एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें देश भर से आये संतो श्री महंतो ने ब्रह्मलीन श्री महंत नरेंद्र गिरि के अनुयायियों ने भाग लिया। यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव,श्रीमहंत राम रतन गिरि, दिगंबर उमेश भारती, दिगंबर विनोद गिरि , मोहन भारती, शैलेश वन, रोशन भारती, महेंद्र पुरी, कृष्णागिरि, जितेंद्र गिरि, राकेश गिरि, अजय पुरी, चंदन गिरि, रामचंद्र पुरी, राजपुरी, विश्व शंकराचार्य दशनाम गोस्वामी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदि उपस्थित रहे।

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