
हरिद्वार। मेयर कार्यालय में छत की सीलिंग गिरने से हड़कंप मच गया। गनीमत यह रही कि इसकी चपेट में आने से मेयर अनीता शर्मा व कार्यालय में बैठे अन्य लोग बाल-बाल बच गए। वरना बड़ा हादसा होने की संभावना थी।
मेयर नीता शर्मा ने कहा कि नगर निगम भवन गिरासू घोषित किया जा चुका है। लेकिन उसके बाद भी नए भवन का निर्माण नहीं किया गया। जर्जर भवन में अधिकारी कर्मचारी बैठकर काम करने को मजबूर हैं। कांग्रेस की मेयर होने के चलते भवन निर्माण करने में भेदभाव किया जा रहा है। अगर नए भवन का निर्माण हो गया होता तो आज यह स्थिति पैदा न होती। जर्जर भवन के कारण कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है।