मां मनसा देवी मंदिर पहुंची पवित्र छड़ी,अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने किया पूजन

हरिद्वार। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा द्वारा तीर्थ नगरी हरिद्वार में भ्रमण शील पवित्र छड़ी यात्रा का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने मां मनसा देवी के श्री चरणों में विधि विधान से पूजा अर्चना कर स्वागत किया ।इस अवसर पर श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि देश प्रदेश और समाज में धर्म जागरण हेतु श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा द्वारा प्रत्येक वर्ष की भाती इस वर्ष भी पवित्र छड़ी यात्रा को भ्रमण पर निकाल कर उत्तराखंड में धर्म जागरण के लिए पवित्र छड़ी यात्रा निकालकर सनातन धर्म और संस्कृति के संरक्षण संवर्धन मे अच्छी पहल की है। श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि पवित्र छड़ी यात्रा का हर की पौड़ी पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के बाद आज मां मनसा देवी में पूजा की गई है और अब हरिद्वार से चार धाम के लिए पवित्र छड़ी यात्रा भ्रमण पर जाएगी और पूरे प्रदेश में धर्म जागरण करेगी और मां नंदा देवी के पवित्र स्थान पर जाकर पवित्र छड़ी यात्रा का समापन होगा उन्होंने कहा कि जो तीर्थयात्री श्रद्धालु भक्त चार धाम यात्रा करने जाते हैं वह सबसे पहले मां गंगा में स्नान करने के बाद मां मनसा देवी के दर्शन करते हैं उसके उपरांत चार धाम यात्रा या दो धाम यात्रा पर जाते हैं और जीवन में सुख शांति की कामना करते हैं।उन्होने कहा कि इस यात्रा में दशनामी नागा सन्यासी साधु संत महात्मा श्रद्धालु भक्त प्रतिभाग करके धर्म की स्थापना करते हैं और जहां जहां यह पवित्र छड़ी जाती है वह क्षेत्र सुख शांति समृद्धि से संपन्न हो जाता है हमें पवित्र छड़ी यात्रा का पूजा अर्चना कर स्वागत करना चाहिए तथा सभी साधु संत महात्माओं का मान सम्मान करना चाहिए। श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि पवित्र छड़ी यात्रा निकालने का उद्देश्य धर्म जागरण करना है लोगों को धर्म के प्रति जोड़ना है धर्म के बारे में बताना है उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को पश्चिमी सभ्यता को छोड़कर अपने देश भारत की सनातन परंपरा को अपनाना चाहिए और अपने धर्म के प्रति आस्था विश्वास रखकर अपने माता पिता गौ गंगा गीता गुरु का सम्मान करना चाहिए तभी समाज और देश में सुख शांति की स्थापना होती है।पूजन के दौरान उपस्थित श्री महंत प्रेम गिरी, श्री महंत महेश गिरी, श्री महंत। महंत शेलेंद्र गिरी, महंत राजेंद्र गिरी,महंत महाकाल गिरी,महंत धीरेंद्र गिरी,महंत हीरा भारती पुरी,महंत सुरेशानंद सरस्वती,महंत पशुपति गिरी,महंत राज गिरी,महंत तूफान गिरी,महंत बलदेव पुरी,महंत अमृत पुरी,महंत गणेशा नंद गिरी, महंतआदित्य गिरी,महंत भीम गिरी,महंत कैशव गिरी आदि उपस्थित रहे।