श्राद्ध पक्ष शुरुआत:सनातन धर्म मे श्राद्ध का विशेष महत्व है। आज से श्राद्ध पक्ष की शुरुआत हो गई है। 16 दिन तक चलने वाले इस पक्ष में अपने पूर्वजों को याद किया जाता है। इन 16 दिनों में अपने पितरों की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान, गौदान इत्यादि श्राद्ध कर्म किये जाते है। मान्यता है कि हर मनुष्य को अपने पितरों की शांति के लिए श्राद्ध जरूर करना चाहिए। इसलिए इन दिनों हरिद्वार के नारायण शिला मंदिर और कुशावर्त घाट पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। लेकिन कोरोना के कारण पिछले दो सालों से यहाँ श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आयी है।
नारायण शिला मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित मनोज त्रिपाठी बताते है कि श्राद्ध पक्ष में हमारे पूर्वज अपनी अपनी तिथियों पर हमारे घर पधारते है और अपना श्राद्ध मांगते है। श्राद्ध लेने के बाद आशीर्वाद देकर अपने गन्तव्य को चले जाते है। वो कहते है कि हर मनुष्य को श्राद्ध जरूर करना चाहिए नही तो पित्र नाराज हो जाते है और श्राप तक भी दे देते है।