Rishikesh News अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने सनातन संस्कारों का पालन करने का आह्वान किया
बच्चों को ज्ञान देने से पूर्व उस ज्ञान को हमें अपने जीवन शैली में भी उतरना होगा: पदम्
ऋषिकेश।जाति राम अग्रवाल सरस्वती शिशु विद्या मंदिर का वार्षिकउत्सव रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया
छात्र-छात्राओं में विषय के ज्ञान के साथ नैतिक शिक्षा की अत्यंत आवश्यकता है और इसके लिए अभिभावक को की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण होती है विद्यालय शिक्षा ज्ञान के साथ छात्र-छात्राओं को डॉक्टर इंजीनियर वकील नेता या अच्छा व्यापारी तो बना सकते हैं परंतु एक अच्छा इंसान अच्छा नागरिक बनाने की सर्वप्रथम जिम्मेदारी माता-पिता की होती है क्योंकि प्रारंभिक संस्कार वह अपने घर से ही लेकर आता है ।
बच्चों को ज्ञान देने से पूर्व उस ज्ञान को हमें अपने जीवन शैली में भी उतरना होगा ऐसे विचारों के साथ मुख्य वक्ता पदम सिंह क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सभा को संबोधित करते हुए वार्षिकोत्सव तथा माता-पिता के साथ-साथ शिक्षकों की बच्चों के जीवन के महत्व को समझाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी पुरी जी महाराज,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख पदम सिंह, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण
के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री विनय कुमार रोहिल्ला ,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख संजय कुमार, नगर के प्रसिद्ध उद्योगपति हिमांशु गोयल डॉक्टर प्रियंका गोयल प्रधानाचार्य श्री गुरु प्रसाद उनियाल तथा विद्यालय प्रबंधक दीपक कुमार तायल एवं अध्यक्ष हरगोपाल अग्रवाल की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने कई रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री रविंद्र पुरी महाराज के द्वारा बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए आशीष वचन दिए तथा अपनी भारतीय संस्कृति तथा मूलभूत सनातन संस्कारों का पालन करने का आह्वान किया।
दर्जाधारी मंत्री विनय कुमार रोहिल्ला के द्वारा दृढ़ निश्चय व्यक्तित्व के साथ अपने भविष्य की रूपरेखा तैयार करके उसी के अनुसार कार्य करने की प्रेरणा दी गई विद्यालय प्रबंधक दीपक कुमार तायल के द्वारा विद्यालय की हुई प्रगति तथा कार्यक्रमों की विषय में उपस्थित अभिभावक को तथा समूह को अवगत कराया।