गुरुकुल महाविद्यालय अंतरण सभा के ओम प्रकाश चौहान बने मुख्य अधिष्ठाता,एक गुट ने बताया अवैध
दूसरे गुट के क्षेत्रपाल सिंह चौहान ने फार्म चेक एवं सोसाइटी उप निबंधक से की शिकायत, मुख्य अधिष्ठाता को गलत और फर्जी करार दिया
हरिद्वार। गुरुकुल महाविद्यालय अंतरंग सभा के मुख्य अधिष्ठाता पद को लेकर विवाद छिड़ गया है। एक गुट ने गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर में अंतरंग सभा का चुनाव कर सोम प्रकाश चौहान को मुख्य अधिष्ठाता चुनने के बाद कार्यभार ग्रहण किया। जबकि दूसरे गुट के क्षेत्रपाल सिंह चौहान ने फर्म्स चिट्स एवं सोसाइटी उपनिबंधक को शिकायत करते हुए सोम प्रकाश चौहान के मुख्य अधिष्ठाता पद का कार्यभार ग्रहण करना सरासर गलत और फर्जी करार दिया है।
सोमवार को गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर हरिद्वार में अंतरंग सभा द्वारा निर्वाचित मुख्य अधिष्ठाता सोम प्रकाश चौहान ने मुख्य अधिष्ठाता पद का कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर डॉ हरि गोपाल शास्त्री, कुलपति श्री नंदलाल राणा मंत्री सभा, पंडित हेमंत तिवारी आचार्य, अभिषेक चौहान, सहायक मुख्य अधिष्ठाता एवं अंतरंग सभा के सदस्यों ने मुख्य अधिष्ठाता का स्वागत किया। इस अवसर पर अंतरंग सभा सदस्य विनीत चौहान, शिवकुमार, सुखदेव पाल, छत्रपाल चौहान, अजमोद मोदी, विनय चौहान, डॉक्टर सुनील आदि उपस्थित थे।
इधर, अंतरंग सभा के मुख्याधिष्ठाता क्षेत्रपाल सिंह चौहान और मंत्री सभा राकेश कुमार चौहान ने उपनिबंधक फर्म्स चिट्स एवं सोसाइटी को शिकायत करते हुए बताया कि 21 फरवरी सोमवार को सोम प्रकाश चौहान द्वारा गुरूकुल महाविद्यालय के मुख्याधिष्ठाता पद का कार्यभार ग्रहण किया गया। जो सरासर अवैध व फर्जी है। गुरूकुल महाविद्यालय के मुख्याधिष्ठाता क्षेत्रपाल सिंह चौहान सन् 2012 से मुख्याधिष्ठाता चले आ रहे है। वर्तमान में भी 19 दिसम्बर 2021 को पंच वार्षिक चुनाव में गुरूकुल महाविद्यालय की साधारण सभा द्वारा क्षेत्रपाल चौहान को पुनः मुख्याधिष्ठाता निर्वाचित किया गया था। जिसकी सूचना उपनिबन्धक कार्यालय रोशनाबाद को विधिवत रूप से भेज दी गयी थी।दूसरे गुट ने बताया जिस सोम प्रकाश चौहान को गुरूकुल महाविद्यालय का मुख्याधिष्ठाता बताया जा रहा है वह ज्वालापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है लोकसूचना अधिकारी की प्रति संलग्न है। ऐसी ऐतिहासिक व पवित्र आर्यसमाजी संस्था का कोई भी पदाधिकारी पंजीकृत संविधान के अनुसार अपराधिक प्रवृति का नही हो सकता है।