Haridwar अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष की अपील: मूर्ति विसर्जन गंगा में न करें
हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने गणपति महोत्सव के आयोजकों और भक्तों से अपील की है कि वे मूर्तियों का विसर्जन गंगा नदी में न करें। उन्होंने कहा कि भगवान गणेश की पूजा के साथ-साथ हमें पर्यावरण और नदियों की पवित्रता का भी ध्यान रखना चाहिए। गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए जरूरी है कि हम वैकल्पिक तरीकों का उपयोग करें और गंगा की स्वच्छता को बनाए रखें।
श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा, “गंगा हमारी आस्था और संस्कृति का प्रतीक है। इसे स्वच्छ और पवित्र बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। गणपति महोत्सव के दौरान मिट्टी की मूर्तियों का इस्तेमाल करें और उनका विसर्जन कृत्रिम तालाबों या कुंडों में करें। इससे न केवल गंगा को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है, बल्कि हमारे धार्मिक कर्तव्यों का भी पालन होता है।”
उन्होंने भक्तों से अनुरोध किया कि वे रासायनिक रंगों और प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों का उपयोग न करें, क्योंकि ये पर्यावरण के लिए अत्यधिक हानिकारक होते हैं। इसके बजाय, मिट्टी और प्राकृतिक रंगों से बनी मूर्तियों का इस्तेमाल करें, जो पर्यावरण के अनुकूल होती हैं और आसानी से पानी में घुल जाती हैं।
महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि गंगा के प्रदूषण को रोकने के लिए हमें जागरूक होना होगा और अपने धार्मिक अनुष्ठानों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाना होगा।