हरिद्वार/राजीव कुमार
गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के पाँच सौ से अधिक पीतवस्त्रधारी कार्यकताओं ने हरीतिमा संवर्धन व कांवड (बाइक) शोभायात्रा निकाला। शांतिकुंज की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी के मार्गदर्शन में वैदिक पूजन के पश्चात वरिष्ठ प्रतिनिधियों के संग श्रीमती शेफाली पण्ड्या ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा का शुभारंभ शांतिकुंज के गेट नंबर दो से हुआ और भारतमाता मंदिर, पावन धाम चौराहा होते हुए शंकराचार्य चौक पहुंची, जहाँ से वापसी करते हुए देवपुरा चौक, प्रेस क्लब, रेलवे स्टेशन, ललतारौ पुल पहुंची। इस समय ऐसा लग रहा था कि पूरा हरिद्वार शहर वासंती रंग में कुछ समय के लिए डूब गया हो। स्थान-स्थान पर अनेक आश्रमों, लोगों ने शांतिकुंज के अनुशासित यात्रा में पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस बीच यातायात निर्बाध रूप से चलता रहा। प्रारंभ से लेकर यात्रा समापन तक शांतिकुंज कार्यकर्ताओं ने गंगा को निर्मल रखने, स्वच्छ-सुंदर हरिद्वार, पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण, प्रतिबंधित पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने का आवाहन किया और हर-हर शंभु के जयघोष के साथ यात्रा चलती रही। यह यात्रा दूधाधारी चौक, भूपतवाला होते हुए देवसंस्कृति विश्वविद्यालय स्थित प्रज्ञेश्वर महादेव परिसर पहुंची। यहाँ देसंविवि की बहिनों ने शोभायात्रा में शामिल हरीतिमा कांवड रथ का पूजन किया और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इसके बाद सैकड़ों भाई बहिनों ने प्रज्ञेश्वर महादेव में सर्वे भवन्तु सुखिनः के भाव से सामूहिक जलाभिषेक किया। यात्रा में तीन वर्षीय बालिका पयस्विनी साहू व मनुश्री बन्नाईत से लेकर 85 वर्ष आयु के युवाओं ने उत्साह एवं उमंग के साथ भाग लिया।
शांतिकुंज पहुँचने पर शोभायात्रा का कन्याओं ने आरती कर भव्य स्वागत किया। यात्रा का समापन गायत्री तीर्थ शांतिकुंज स्थित ऋषियुग्म की पावन समाधि के पास विशेष संगोष्ठी से हुई। इस दौरान लोगों को गंगा को निर्मल बनाने व पर्यावरण संरक्षण हेतु एक-एक पौधे रोपने के लिए संकल्पित कराया गया।
अपने संदेश में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि गायत्री साधकों ने अनुशासित ढंग से शांति के साथ अपनी यात्रा पूरी की। यात्रा के दौरान मिलने वाले राहगीरों को पतित पावनी गंगा को निर्मल बनाये रखने एवं प्रतिबंधित पॉलिथीन के उपयोग से बचने तथा हरिद्वार को स्वच्छ व सुंदर बनाने हेतु प्रेरित किया। संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी ने अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा चलाये जा रहे वृक्षा गंगा जन अभियान के अंतर्गत एक पौधा अपने आंगन में अथवा किसी सामूदायिक स्थानों में लगाने के लिए प्रेरित किया। यात्रा में शांतिकुंज, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के अंतेवासी कार्यकर्त्ता भाई बहिन एवं विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में आये साधकगण भी प्रतिभाग किया।