उत्तराखंडहरिद्वार

haridwar news सिंधुत्व व हिन्दुत्व एक जीवन शैली के दो नाम-संत युद्धिष्ठर लाल

 

haridwar news भूपतवाला स्थित शदाणी भगत निवास में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा संचालित एनसीपीएसएल के तत्वावधान में 29 व 30 जुलाई को दो दिवसीय सिंधी भाषा संत गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। गोष्ठी के संबंध में जानकारी देते हुए शदाणी दरबार मंदिर के नवम पीठाधीश्वर संत डा.युधिष्ठिर लाल महाराज ने कहा कि सिंधी समाज अपने कर्म योग से पांच हजार वर्ष प्राचीन सभ्यता से विश्व को अवगत करा रहा है। सिंधी समाज के प्रयासों से कई देशों में सिंधी भाषा को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है। भारत सरकार ने भी सिंधी भाषा को 1967 में राष्ट्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी थी। उन्होंने कहा सिंधी भाषा के विकास के लिए भारत सरकार का आभार भी जताया।

 

 

haridwar news शदाणी दरबार हरिद्वार के सेवादार अमर लाल शदाणी ने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम में देश भर से सिंघी भाषा के 150 विद्वान शामिल होेंगे। शदाणी दरबार के नवम पीठाधीश्वर संत डा.युधिष्ठिर लाल महाराज, वृंदावन से स्वामी सार्वभूमा दास, हरिद्वार से स्वामी गंगादास महाराज, स्वामी मोहन प्रकाश महाराज, साईं हिमांशु लाल, जय जयराम मोटवानी, मोहन मंघनानी, रवि प्रकाश टेकचंदानी, व्यापारी प्रकाश केसवानी, कैलाश केसवानी, विमल ध्यानी, यश ननकानी, योगेश ननकानी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे।
फोटो नं.5-संत स्वामी डा.युद्धिष्ठर लाल

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button