उत्तराखंडहरिद्वार

षडयंत्रकारियों को तत्काल जेल भेजा जाना चाहिए:प्रबोधानंद गिरी

संत समाज ऐसे फर्जी लोगों का बहिष्कार करेगा-प्रबोधानंद गिरी
हरिद्वार। श्रीबाला जी धाम श्यामपुर कांगड़ी के परमाध्यक्ष एवं हिन्दु रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने आरोप लगाया है कि कुछ फर्जी लोग फर्जी बैठक के जरिये तीर्थनगरी की धार्मिक सम्पत्तियों को कब्जा कर खुर्द-बुर्द करना चाहते है। आश्रम सम्पत्ति को कब्जाने के सम्बंध में बुलाई गई फर्जी बैठक के सम्बंध में एक संत सहित अन्य के खिलाफ नगर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। शीघ्र ही अन्य शामिल संतों के खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रकरणों से सनातन धर्म की छवि भी धूमिल हो रही है। इस प्रकार के फर्जी व षडयंत्रकारियों को तत्काल जेल भेजा जाना चाहिए। दावा किया कि संत समाज ऐसे फर्जी लोगों का बहिष्कार करेगा।


प्रेस क्लब सभागार में पत्रकार वार्ता करते हुए स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि हरिद्वार में जयराम आश्रम में विगत 12 दिसम्बर 22 को भारत साधु समाज की एक फर्जी मिटिंग बुलाई गयी, जिसमें मुझको उपस्थित होना बताया गया है, जबकि न तो मैं उस बैठक में गया था और न ही मैं भारत साधु समाज का सदस्य हूं। बैठक में 50 लोगों का उपस्थित होना दर्शाया गया है। इस सम्बंध में एक अधिवक्ता के द्वारा मुझे बैठक में शामिल होने को लेकर नोटिस भेजा गया।


नोटिस मिलने के बाद इस तरह के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। उन्होंने दावा किया कि कुछ लोग भारत साधु समाज ऋषिकेश की सम्पत्ति कब्जाने की नियत से इस प्रकार के षडयंत्र कर रहे थे, इसमें बिहार का एक साधु केशवानंद ही षडयंत्रकारी है। उन्होंने कहा कि यह फर्जी बैठक ऋषिकेश स्थित एक आश्रम जिसकी वर्तमान में सैकड़ों करोड़ों की सम्पत्ति है, को कब्जाने की नियत से की गयी। नगर कोतवाली पुलिस ने इस सम्बंध में बिहार के एक साधु केशवानंद के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरु कर दी है।


स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि उक्त फर्जी बैठक की अध्यक्षता जयराम आश्रम के परमाध्यक्ष ब्रहमस्वरूप ब्रहमचारी ने की थी। बताया कि उक्त सभी लोग मिलकर भारत साधु समाज सहित अनेक धार्मिक सम्पत्तियों को कब्जाकर खुर्द बुर्द करना चाहते हैं। उन्हांेंने शासन से मांग की है कि इस प्रकार के फर्जी व षडयंत्रकारियों को तत्काल जेल भेजा जाना चाहिए। संत समाज ऐसे सभी फर्जी संतों का बहिष्कार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कर इसमें शामिल अन्य लोगों को भी चिन्हित किया जायेगा। ऐसे लोगों को जेल का रास्ता दिखाया जायेगा।

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