श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया गुरू गोविंद सिंह का आराधना दिवस
बलिदानी परंपरा में गुरू गोविंद सिंह का अद्वितीय स्थान-श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह
भक्ति व शक्ति के संगम थे गुरू गोविंद सिंह-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
गुरू गोविंद सिंह ने समाज को प्रेम, एकता व भाईचारे का संदेश दिया-डा.रमेश पोखरियाल निशंक
Haridwar news कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में गुरू गोविंद सिंह का आराधना दिवस श्रद्धा व उल्लास के साथ समारोह पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर अखाड़े के गुरूद्वारे में शब्द कीर्तन एवं अरदास कर विश्व कल्याण की कामना की गयी। निर्मल अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज, निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज, सचिव महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री, महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, सतपाल ब्रह्मचारी, महंत विष्णुदास, स्वामी आदियोगी, महंत राघवेंद्र दास, महंत गोविंददास, महंत दर्शन सिंह शास्त्री, सांसद डा.रमेश पोखिरियाल निशंक, यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट, विधायक रवि बहादुर, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, मेयर अनिता शर्मा ने गुरू गोविंद सिंह का भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया। श्रद्धालु संगत को संबोधित करते हुए निर्मल अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह दार्शनिक, कवि और महान योेद्धा थे। धर्म की रक्षा के लिए समस्त परिवार का बलिदान देने वाले गुरू गोविंद सिंह का विश्व की बलिदानी परंपरा में अद्वितीय स्थान है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि मौलिक चिंतक और संस्कृत सहित कई भाषाओं के ज्ञानी गुरू गोविंद सिंह भक्ति तथा शक्ति अद्वितीय संगम थे। उनके के दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए युवा पीढ़ी को धर्म व संस्कृति की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित करना चाहिए। सांसद डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह महाराज ने सदैव समाज को प्रेम, एकता व भाईचारे का संदेश दिया। गुरू गोविंद सिंह का स्पष्ट मत था कि धर्म का मार्ग ही सत्य का मार्ग है और सत्य के मार्ग पर चलने वालों की सदा विजय होती है। कोठारी महंत जसविंदर सिंह, महंत अमनदीप सिंह व सचिव महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री ने सभी संत महापुरूषों का स्वागत करते हुए कहा कि गुरू गोविंद सिंह ने समस्त मानवता को नैतिकता, निडरता तथा आध्यात्मिक जागृति का संदेश दिया और रंग, जाति एवं संप्रदाय में बिना भेदभाव के समता एवं समरसता की प्रेरणा दी। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में अतुलनीय योगदान देने वाले गुरू गोविंद सिंह महाराज सभी के प्रेरणास्रोत हैं। उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेकर प्रत्येक देशवासी को आदर्श समाज की स्थापना का संकल्प लेना चाहिए। स्वामी हरिचेतनानंद, महंत रूपेंद्र प्रकाश, सतपाल ब्रह्मचारी, स्वामी आदियोगी एवं स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह त्याग एवं वीरता की मिसाल थे। गुरू गोविंद सिंह का जीवन दर्शन और उनकी शिक्षाएं सदैव प्रासंगिक रहेंगी। विधायक रेणु बिष्ट, मेयर अनिता शर्मा, विधायक रवि बहादुर, पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह विलक्षण एवं क्रांतिकारी व्यक्त्वि के स्वामी थे। उन्होंने धर्म रक्षा के लिए संघर्ष का मार्ग अपनाया और परिवार का बलिदान देने से भी पीछे नहीं हटे। कार्यक्रम में भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, महंत रंजय सिंह, महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री, महंत निर्भय सिंह, महंत शिवम गिरी, महंत विष्णु दास, महंत गोविंददास, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी लक्ष्मण सिंह शास्त्री, संत दर्शनसिंह शास्त्री, संत हरजेन्द्र सिंह, संत बलवीर सिंह, संत सोहन सिंह, महंत खेमसिंह, महंत अमनदीप सिंह, संत गगनदीप सिंह, महंत प्रेमदास, महंत दुर्गादास, महंत प्रहलाद दास, स्वामी आदियोगी, स्वामी राममुनि, स्वामी दिनेश दास, स्वामी कृष्णानंद, भाजपा नेता ओमप्रकाश जमदग्नि, पूर्व सभासद अशोक शर्मा, समाजसेवी अतुल शर्मा, बीबी विनिंदर कौर सोढ़ी सहित अनेक गणमान्य लोग व श्रद्धालुजन मौजूद रहे।