हरिद्वार स्थित उमिया धाम में धूमधाम से मनाया गुजरात स्थापना दिवस,प्रतिनिधि मंडल ने सीएम से की मुलाकात


2 मई ,हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य की स्थपना के साथ ही हरिद्वार सहित राज्य के विविध स्थानों पर गुजराती समुदाय के लोग आवास कर रहे हे देश की आज़ादी से लेकर १९६० तक गुजरात और मुंबई एक साथ था। १ मई १९६० को महाराष्ट्र और गुजरात की अलग अलग पहचान हुई और उसी दिन से गुजरात स्थापना दिवस 1 मई को मनाया जाता है।आज हरिद्वार सहित उत्तराखंड में निवास करने वाले सेकड़ो गुजरती समुदाय के लोगो ने हरिपुर कला स्थित उमिया धाम में ६२ वा गुजरात स्थापना दिवस मनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ संस्थान के हरिद्वार के प्रमुख राजेश पाठक ,देहरादून प्रतिनिधि तेजस मेहता ,ऋषिकेश प्रतिनिधि श्रीमती वर्षा विनीत, रमेश भाई ठाकर,कीर्तन देसाई ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर नंदिनी ,वैदिका,धैर्य वंश ,देवस्य देसाई आदि बच्चों द्वारा गुजरात की गौरव गाथा और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम समापन हुए। वही आयोजन के समापन से पूर्व बहनों द्वारा गरबा का रंगारंग कार्यक्रम हुए।

आयोजन में प्रसिद्ध पेस्ट बनाने वाली कम्पनी एकर वाइट के लक्ष्मण नाघेरा ने कार्यक्रम में विशेष उद्बोधन देते हुए कहा प्राचीनता एवं ऐतिहासिकता की दृष्टि से गुजरात, भारत का अत्यंत महत्त्वपूर्ण राज्य है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा पाकिस्तान से लगी है। गुजरात का क्षेत्रफल 1,96,024 वर्ग किलोमीटर है। यहाँ मिले पुरातात्विक अवशेषों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस राज्य में मानव सभ्यता का विकास 5 हज़ार वर्ष पहले हो चुका था। कहा जाता है कि ई. पू. 2500 वर्ष पहले पंजाब से हड़प्पा वासियों ने कच्छ के रण पार कर नर्मदा की उपत्यका में मौजूदा गुजरात की नींव डाली थी। देश के स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर नव निर्माण और वर्तमान में मोदीजी द्वारा भी देश के विकास में गुजरात का विशेष महत्व रहा हे । इस अवसर पर राजेश पाठक जी ने कहा की अनेकता में एकता का संदेश और संस्कृति का समूह का नाम ही है भारत। भिन्न भिन्न भाषा, बोली के समूह एक साथ मिलकर रहते हैं इस सुंदरता को देव भूमि हरिद्वार में भी बखूबी देखा जाता है। यहां दुर्गा पूजा भी होती है तो छठ पूजा भी और गरबा का उत्सव भी। पाठक ने कहा की आप को जानकर प्रसन्नता होगी कि हरिद्वार में गुजराती परिवारों का एक बड़ा समूह राज्य की स्थापना के साथ ही हरिद्वार के विकास में सहयोगी है। गुजरात मूल के यह परिवार द्वारा गरबा का आयोजन हर साल होता है।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में प्रथम बार गुजरात स्थापना दिन की का आयोजन हुआ। इस हेतु राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ,गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ,गुजरात के होम मिनिस्टर हर्ष संघवी ने इस आयोजन की सफलता हेतु संदेश दिए।

कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ पियूष त्रिवेदी डॉ राजेश्वरी त्रिवेदी ने किया। इस अवसर पर लहर भाई ने कार्यकर्म का स्वागत उद्बोधन तो वही मेहुल पटेल ने समापन उद्बोदन दिया। कार्यक्रम में रुड़की ,हरिद्वार ,ऋषिकेश ,देहरादून सहित राज्य भर से गुजरती समुदाय के लोगो ने सहभागिता की ।इस आयोजन को सफल बनाना ने में हरिद्वार गुजराती कोर टीम के सदस्यों ने अपनी सक्रिय भूमिका रही।