अतिक्रमण अगर कहीं पर है, तो वह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा,धीराज सिंह गर्ब्याल
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिला गंगा संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं को चर्चा के लिये सदस्य संयोजक/डीएफओ, जिला गंगा संरक्षण समिति श्री नीरज शर्मा ने जिलाधिकारी के सम्मुख प्रस्तुत किया।
बैठक में सर्वप्रथम कस्सावान नाले में आपत्तिजनक सामग्री डाले जाने के सम्बन्ध में चर्चा हुई। इस पर जिलाधिकारी ने नगर निगम आदि से कस्सावान नाले की वस्तुस्थिति के सम्बन्ध में जानकारी ली, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में समय-समय पर छापेमारी की कार्रवाई की जाती है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि एक चार सदस्यीय कमेटी गठित की जाये, जो इसके सम्बन्ध में अपनी रिपोर्ट देगी।
बैठक में विभिन्न नालों पर जो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, के सम्बन्ध में चर्चा हुई, जिस पर नगर आयुक्त ने बताया कि कुल 18 कैमरे लगाये गये हैं। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कैमरे चालू हालत में रहने चाहिये ताकि नालों की वस्तुस्थिति की जानकारी मिल सके तथा तद्नुसार इस सम्बन्ध में समय पर कारगर कदम उठाया जा सकें।
बैठक में नमामि गंगे परियोजना में इंस्टीट्यूशनल एण्ड इण्डस्ट्रियल इस्टेट प्लांटेशन मद में पांच लाख पौधे लगाये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से जानकारी ली। इस पर आपदा प्रबन्धन अधिकारी ने तहसील लक्सर क्षेत्रान्तर्गत बाढ़ प्रभावित वाले ग्रामों में पौधा रोपण योजना के सम्बन्ध में जानकारी दी। बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पौधा रोपण के लिये जमीन चयन का सर्वे होना है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जल्द से जल्द सर्वे करते हुये जमीन का चिह्नांकन किया जाये ताकि पौधारोपण करना सुनिश्चित किया जा सके।
हरिद्वार स्थित विभिन्न गंगा घाटों, नालों व अन्य स्थानों पर हुये अवैध अतिक्रमण के सम्बन्ध में विचार-विमर्श के दौरान अधिकारियों ने बताया कि इधर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अवैध अतिक्रमण अगर कहीं पर है, तो वह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
फ्लड प्लेन चिह्नीकरण एवं रिवर बैड अतिक्रमण के सम्बन्ध में बैठक मंे चर्चा के दौरान अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खण्ड ने अवगत कराया कि इसका दोबारा सर्वे किया जाना है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि एक रिपोर्ट इस सम्बन्ध में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने बैठक में गंगा नदी/नहर आदि में यात्रियों व अन्य द्वारा पुलों पर से पूजा सामग्री/कूड़ा डाले जाने के सम्बन्ध में, इसकी रोकथाम के लिये जाली लगाये जाने के निर्देश के क्रम में पूछे जाने पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस सम्बन्ध में इस्टीमेट दे दिया गया है तथा कार्रवाई गतिमान है।
जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक में खण्डित मूर्तियों को गंगा व अन्य नदियों में विसर्जित किये जाने के प्रकरण पर भी चर्चा हुई। चर्चा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि मूर्ति विसर्जन के लिये कुण्डों के निर्माण हेतु स्थानों-बैरागी कैम्प स्थित एल प्वाइण्ट, बैरागी कैम्प स्थित ही नया पुल, सीसीआर के निकट वीआईपी घाट, कनखल स्थित सती घाट पर कुण्डों के निर्माण हेतु स्थान प्रस्तावित किये गये हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि नगर निगम चिह्नित स्थानों में इस सम्बन्ध में सूचनापरक बोर्ड स्थापित करना सुनिश्चित करे।
इन बिन्दुओं के अतिरिक्त बैठक में आगमी 02 अक्टूबर को स्वच्छता ही सेवा दिवस, 04 नवम्बर को गंगा उत्सव मनाये जाने तथा गंगा की सहायक नदियों को स्वच्छ किये जाने आदि के सम्बन्ध में भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ, जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित को आवश्यक कदम उठाने के दिशा-निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह, एमएनए दयानन्द सरस्वती, सिटी मजिस्ट्रेट नूपुर वर्मा, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई मंजू, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 मनीष दत्त, पर्यटन अधिकारी सुरेश सिंह यादव, आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत, सदस्य जिला गंगा संरक्षण समिति रामेश्वर गौड़, महामंत्री श्रीगंगा सभा तन्मय वशिष्ठ, सह संयोजक नमामि गंगे विचार मंच शिखर पालीवाल, स्वामी विवेकानन्द जनहित ट्रस्ट हिमाशु सरीन, गंगा प्रहरी मनोज निषाद, जिला गंगा संरक्षण समिति से जुड़े स्वयंसेवी संगठन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।