आजाद देश का आजाद नागरिक की भावना का एहसास कराता है संविधान : श्रीमहंत रविंद्र पुरी

संविधान दिवस के मौके पर भाजपा प्रदेश प्रभारी श्रीमहंत रविंद्र पुरी से आशीर्वाद लेने पहुंचे
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने संविधान दिवस की दी शुभकामनाएं
हरिद्वार।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने भेंट कर आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही उन्हें संविधान दिवस की भी बधाई दी। श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने मां मनसा देवी का चित्र देकर दुष्यंत गौतम को आशीर्वाद प्रदान किया और देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि हर भारतीय नागरिक के लिए हर वर्ष 26 नवंबर का दिन बेहद खास होता है। आज के दिन देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था। यह संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश का आजाद नागरिक की भावना का एहसास कराता है। जहां संविधान के दिए मौलिक अधिकार हमारी ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हैं, वहीं इसमें दिए मौलिक कर्तव्य में हमें हमारी जिम्मेदारियां भी याद दिलाते हैं।
26 नवंबर 1949 को ही देश की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था। हालांकि इसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि संविधान ने सबको बराबरी का अधिकार दिया है। भाजपा सरकार संतों के आशीर्वाद से लगातार प्रदेश और देश में उन्नति की ओर बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से संत समाज और एकजुट और मजबूत होगा। भारतीय संस्कृति के संवर्धन और संरक्षण में काम करेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने मानवता की महान मिसाल पेश करते हुए जिस तरह से जरूरतमंद लोगों को आर्थिक और खाद्यान्न रूप में मदद की वह अनुकरणीय है।