
हरिद्वार।संदीप शर्मा
यदि इस माह आप हरिद्वार अपने परिजनों के साथ हरकी पैड़ी पहुचकर गंगा में डुबकी लगाने की सोच रहे है तो हरिद्वार पहुँचकर आपको मायूषी हाथ लग सकती है दरसल वार्षिक बन्दी के चलते कानपुर तक जाने वाली उत्तरी खंड गंगा नहर को हर बार दीवाली से पहले साफ सफाई और अन्य कार्यो को सम्पूर्ण करने के लिए बंद किया जाता है इस बार 15/16 तारीख अक्टूबर की मध्यरात्रि से 4/5 तारीख नवंबर की मध्यरात्रि तक 20 दिनों के लिए गंगा नहर को बंद किया गया है इस नहर बंदी से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को मायूषी हाथ लगेगी और इसका असर स्थानीय व्यपारियो के व्यापार पर भी खासा पड़ेगा।

हरिद्वार से कानपुर तक सिंचाई व अन्य कार्यों पर नहर बंदी का असर पड़ेगा।वही दिल्ली और एनसीआर में भी इस नहर बंदी के कारण पानी की किल्लत हो सकती है।
हरिद्वार में होने वाली वार्षिक गंगा बंदी पर हरिद्वार स्थित यूपी सिंचाई विभाग के एसडीओ शिवकुमार कौशिक का कहना है की वार्षिक गंगा बंदी के लिए गंगा को 15/16 तारीख की मध्य रात्रि से 4/5 तारीख की मध्यरात्रि तक बंद किया गया है।इसका शासनादेश उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किया गया है।इस वार्षिक बंदी के दौरान हरिद्वार से लेकर कानपुर तक गंगा में मरम्मत, रंग रोगन, सिल्ट की साफ सफाई रजवाहे आदि के विभिन्न तरह के कार्यों को किया जाता है।इस वार्षिक गंगा बंदी के दौरान हरिद्वार हर की पौड़ी पर न्यूनतम जलस्तर उपलब्ध कराया जाएगा जिस से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी परेशानी का सामना न करना पड़ेगा।दिल्ली एनसीआर आदि विभिन्न क्षेत्रों में पानी की थोड़ी किल्लत हो सकती है उसके लिए व्यवस्था की गई है।
बाइट–शिव कुमार कौशिक—-एसडीओ—-यूपी सिचाई विभाग