अखाड़ों की पेशवाई मार्ग को लेकर संतों और अधिकारियों के बीच हुई बैठक:देखे वीडियो

11 मार्च को होने वाले शाही स्नान के दिन निकलने वाली अखाड़ों की पेशवाई मार्ग को लेकर संतों और अधिकारियों के बीच बैठक की गई। बैठक में रूट के संसोधन को लकर चर्चा की गई। कुछ बदलाव जूना अखाड़े और महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई रूट में किए गए है। हालांकि अभी इसमें एक और बार विचार किया जाएगा। इसके बाद ही अंतिम मोहर लगेगी।
शनिवार की शाम को मेलाधिकारी दीपक रावत, मेला आइजी संजय गुंज्याल ने लालकोठी में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी, महामंत्री और
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक हरिगिरी, महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव रविंद्र पुरी, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष रविंद्र पुरी, आनंद अखाड़ा, अटल अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा समेत 7 अखाड़ों के साथ बैठक की।
बैठक में पेशवाई मार्ग को लेकर अधिकारियों ने संतों से बातचीत की। जूना अखाड़े और महानिर्वाणी अखाड़े के मार्ग पर आंशिक बदलाव किया गया है। ज्वालापुर रेलवे फाटक के पास अंडर पास बनने के लिए रूट में बदलाव करना पड़ रहा है। ऊंचे पुल ज्वालापुर से जूना अखाड़े की पेशवाई आर्यनगर की ओर से आएगी। कनखल में इस बार पेशवाई को न ले जाने पर विचार किया जा रहा है। जबकि महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई रूट में बदलाव किया जा रहा है। शाही स्नान को क्रम को लेकर पहले जूना अखाड़ा स्नान करेगा। बाद निरंजनी और फिर महानिर्वाणी अखाड़े के संत स्नान करेंगे। जूना अखाड़ा 11 बजे, निरंजनी 1 और 4 बजे ब्रह्मकुंड में स्नान करेंगे। सभी अखाड़ों को 30 मिनट का समय दिया जाएगा। बैठक में डीएम सी रविशंकर, एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस, एसएसपी कुंभ जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी, अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सुरजीत सिंह पंवार, एएसपी प्रदीप राय, एएसपी मुकेश ठाकुर, सीओ अखाड़ा प्रबोध घिल्डियाल, कमल सिंह पंवार समेत कई अखाड़ों के संत मौजूद रहे।