हरिद्वार, 2 अक्तूबर। पितृ विसर्जनी अमावस्या पर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ब्रह्मानंद गिरी के सानिध्य में कश्यप घाट पर देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को उनके निमित्त तर्पण और श्रद्धा सुमन अर्पित कर युवा पीढ़ी से शहीदों के दिखाए मार्ग पर चलते हुए देश की प्रगति में योगदान करने का आह्वान किया गया। स्वामी ब्रह्मानंद गिरी ने कहा कि देश और धर्म के लिए सर्वस्व बलिदान करने वाली महानविभूतियों का श्राद्ध तर्पण किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम ऐसी अवस्था में आ गए हैं कि हम अपने महापुरुषों और उनके दिखाए मार्ग, संस्कृति और संस्कार को भूलकर विदेशी संस्कृति को अपनाकर आगे बढ़ रहे हैं।
युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और संस्कारों से अवगत कराने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।
स्वामी ललितानंद गिरी ने कहा कि युवा पीढ़ी को वीर शहीदों के जीवन प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके दिखाए मार्ग चलना चाहिए। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि वीर शहीद देश की धरोहर हैं। वीरों की गाथाओं का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। जिससे युवा पीढ़ी उनके जीवन से प्रेरणा ले इस दौरान ब्रह्मानंद गिरी महाराज, स्वामी आत्मानंद, आचार्य ललितानंद, स्वामी नित्यानंद पुरी, धर्मेंद्र नाथ, रमेश कपूर, साध्वी आरती गिरी सुनील प्रजापति, विष्णु गोड, बृजमोहन शर्मा, यशपाल शर्मा, गिरीश मिश्रा, लक्ष्मी नारायण पांडे, मनीष शास्त्री, विपिन जोशी, चमन गिरी, कुलदीप शर्मा, हरिओम सैनी, राकेश यादव सुनील शर्मा पलविंद्र बालियान, विनोद मिश्रा, आदि मौजूद रहें।