धर्मनगरी हरिद्वार में खस्ताहाल जर्जर भवन बड़े हादसे को न्यौता दे रहे है। बारिश के कारण गुरुवार को कनखल के लाटोवाली क्षेत्र में पुराने मकान की दीवार गिरने से सड़क पर खड़ी कार क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई। हरिद्वार,कनखल और ज्वालपुर स्थित कई जर्जर भवनों के गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। लेकिन जिम्मेदारी अधिकारी गिरासू भवनों पर कोई कार्रवाई नहीं करते है। नगर निगम ने हरिद्वार में कई जर्जर, खस्ताहाल भवनों को चिह्नित कर गिरासू भवनों की श्रेणी में रखा है।
नगर निगम क्षेत्र में 70 है गिरासू भवनों की संख्या
हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में 70 ऐसे भवन है। जिन्हें नगर निगम ने गिरासू भवन की सूची में रखा है। इन गिरासू भवनों में कई परिवार निवास करते है। बच्चे बूढ़े जवान सभी इन भवनों में वर्षो से रहे है। यह परिवार कई पीढ़ियों से इन भवनों में निवास कर रहे है। मगर किन्ही कारणों से इन भवनों का जिर्णोद्धार आज तक नही हो सका है। इन 70 भवनों में रहने वाले सभी परिवार अपना जान-माल खतरे में डालकर जीवन यापन कर रह है।
नगर निगम अधिकारी दफ्तर में बैठकर कर रहे गिरासू भवनों की सूची जारी
नगर निगम की सूची में 5 भवन मालिकों के ऐसे नाम शामिल है। जिन्हें गिरासू भवन की सूची में होटल कृष्णा, चित्रा टाकीज वाली रोड, बैंक के सामने दर्शाया गया है। मगर मौके पर ऐसा कोई भवन मौजूद नहीं है। अधिकारी दफ्तर में बैठकर गिरासू भवनों की सूची जारी कर खानापूर्ति कर देते है।
कहा-कहा स्थित है गिरासू भवन
मेहतान, लक्कड़हारान, सर्राफा बाजार–जवालापुर
पहाड़ी बाजार–कनखल
चित्रा टाकीज, भीमगोड़ा, बड़ा बाजार, गोविंदपुरी, नाइ सोता, जोगियामण्डी–हरिद्वार