हरिद्वार 1 नवम्बर 2022
गंगोत्री धाम से पशुपतिनाथ नेपाल के लिए निकली भव्य कलश यात्रा आज हरिद्वार में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में स्थित चरण पादुका स्थल पर पहुँच गयी है . गंगोत्री धाम के रावल श्री शिव प्रकाश जी महाराज के नेतृत्व में आयोजित इस कलश यात्रा का स्वागत श्री महंत राम रतन गिरी, श्री महंत दिनेश गिरी, श्री महंत केशव पुरी, एवं उपस्थित सन्तों , डॉ सुनील कुमार बत्रा डॉ विशाल गर्ग एवं श्रद्धालुओं के द्वारा किया गया.
एक दिन विश्राम के पश्चात कलश यात्रा कल नेपाल के पशुपति नाथ मन्दिर के लिए रवाना हो जायेगी । इस यात्रा के तहत गंगोत्री धाम से लाए गए दिव्य भव्य कलश में पवित्र जल को पशुपतिनाथ नेपाल में भगवान भोलेनाथ को अर्पित किया जाएगा । पवित्र अमृत कलश का पूजन किया गया अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़े नागरिकों ने अमृत कलश पर पुष्प अर्पित किए।
इस अवसर पर इस अवसर पर रावल श्री शिव प्रकाश महाराज ने बताया कि भारत और नेपाल के बीच हमेशा से ही मित्रता का संबंध रहा है ।यह कलश यात्रा विश्व के कल्याण के साथ-साथ भारत एवं नेपाल के मध्य मैत्री संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ करने के लिए परंपरागत रूप से निकाली जाती है ।शास्त्रों में वर्णित है की गंगाजल को शिवालय में अर्पित करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है।इस अवसर पर एस एम जे एन पी जी कालेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि प्रत्येक वर्ष गंगोत्री धाम से कलश यात्रा पशुपतिनाथ नेपाल के लिए रवाना होती है । सौभाग्य से इस पवित्र यात्रा के पड़ाव से जुड़ने का सौभाग्य उनको भी प्राप्त हुआ है ।गंगा को स्वच्छ व निर्मल बनाना आज की पहली महती आवश्यकता है। इस कलश यात्रा से मां गंगा को स्वच्छ व निर्मल बनाने का संदेश भी समाज को मिल रहा है।
इस अवसर पर समाज सेवी डॉ विशाल गर्ग ने बताया कि गंगा विश्व की प्रसिद्ध पवित्र नदी है और नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है। गंगोत्री धाम का जल वहां अर्पित करना हमारी सामाजिक व सांस्कृतिक धरोहरों का समन्वय है जो हमारी मनोकामना ओं को पूर्ण करने वाला पवित्र अवसर हैं।उन्होने आगे कहा कि गंगा हमारी संस्कृति और सभ्यता की जननी है इसलिए इसे मां का पवित्रतम दर्जा प्राप्त है। गंगोत्री धाम मां गंगा का उद्गम स्थल है आज गंगोत्री से लाए गए कलश को स्पर्श करने मात्र से ही गंगोत्री धाम के दर्शन की अनुभूति प्राप्त हो रही है
इस अवसर पर मंहत राकेश गिरी, मंहत नरेश गिरी, महंत दिनेश गिरी, दिगम्बर रधुवन, दिगम्बर राज गिरी ,दिगम्बर धंनजय गिरी, गंगा गिरी, रत्न गिरी, मंहत ब्रिजेश गिरी, अमृत गिरी, रघुवीर गिरी, स्वामी आलोक गिरी, मनसा देवी मन्दिर के ट्रस्टी अनिल कुमार शर्मा, भोला शर्मा, राम कुमार , टीना आदि उपस्थित थे. कल कलश यात्रा प्रातः 11 बजे नैपाल के लिए रवाना होगी