
विश्व पेंगोलिन दिवस के अवसर पर राजाजी टाइगर रिजर्व में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। पार्क की कांसरो रेन्ज में पेंगोलिन के संरक्षण व संवर्धन को लेकर महकमे द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कांसरो रेन्ज से सटे साहबनगर, छिद्दरवाला, झबरावाला व बुलावा खेरी के ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया। गौरतलब है कि राजाजी टाइगर रिजर्व में पेंगोलिन बहुतायत में पाए जाते है। वहीं बहुमूल्य प्राणी होने के कारण इसका शिकार भी किया जाता रहा है। कड़े वन कानूनों के बावजूद भी यह खूबसूरत वन्य जीव हमेशा से शिकारियों के निशाने में रहा है। मगर वन महकमे के जागरूकता अभियानों व इस जीव के संरक्षण में निभाई जा रही अहम भूमिका के बाद अब इसके शिकार में काफी कमी आयी है।

आज ये बहुतायत में हर वन क्षेत्र में पाए जा रहे है। कांसरो रेंज में आयोजित इस गोष्ठी में रेंज अधिकारी महेश सेमवाल, डिप्टी रेंजर गणेश बहुगुणा ने ग्रामीणों को पेंगोलिन के महत्व व उसकी सुरक्षा से सम्बंधित कई गुर ग्रामीणों को शिखाएं।
गोष्ठी में तिलक सिंह वन दरोगा , मोहन वन आरक्षी,मनोज रावत, मुकेश गुप्ता, गजमोहन ,कल्पना, सत्य काम, अमीचन्द शाह, ज्योति, पृथ्वी सिंह, बशीर ,समसाद, यासीन, दीपक, प्रदीप नेगी अजय रावत , मोनिका ,कविता राजकुमार ,अनुभूति ,शारदा सरजीत श्याम कुमार उपस्थित रहे।
“पेंगोलिन हमारे इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण प्राणी है। इसके संरक्षण व संवर्द्धन को लेकर हर वर्ष पेंगोलिन दिवस का आयोजन किया जाता है। इसको संरक्षित करने के लिए ग्रामीणों की सहभागिता बेहद जरूरी है। “
महेश सेमवाल रेंज अधिकारी , कांसरो राजाजी टाइगर रिजर्व ।