हरिद्वारउत्तराखंड

आन्नेकी हेतमपुर के मध्य वर्षा से क्षतिग्रस्त पुल के पास नये पुल के निर्माण तक वैकल्पिक रूप से वैली ब्रिज स्थापित किया जायेगा: जिलाधिकारी

आन्नेकी हेतमपुर के मध्य आज शाम तक अस्थाई रास्ता प्रारम्भ हो जायेगा: धीराज सिंह गर्ब्याल

 

 

जिलाधिकारी ने कांवड़ मेला के चरमोत्कर्ष आदि की दृष्टि से कांवड़ मेला क्षेत्र का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने लिया कांवड़ मेला क्षेत्र में स्थापित अस्थाई स्वास्थ्य कैपों का भी जायजा

सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।

जिलाधिकारी  धीराज सिंह गर्ब्याल ने शुक्रवार को कांवड़ मेला के चरमोत्कर्ष आदि की दृष्टि से हिल बाईपास मार्ग, मंशादेवी पैदल मार्ग, हरकीपैड़ी, विभिन्न घाटों, बीईजी की सुरक्षा वोट से घाटों की सुरक्षा-व्यवस्था आदि का निरीक्षण किया।

जिलाधिकारी सर्वप्रथम मेला अस्पताल होते हुये हिल बाईपास की ओर पैदल चलते हुये श्रद्धालुओं का हालचाल लेते हुये-कहां से आये हैं, हरदोई से, जिलाधिकारी ने फिर पूछा कहां जा रहे हैं, तो श्रद्धालुओं ने बताया कि मां मंशादेवी का दर्शन करने जा रहे हैं तत्पश्चात गंगा जल लेते हुये वापस चले जायेंगे। इस तरह श्रद्धालुओं का आवागमन मां मंशादेवी पैदल मार्ग पर लगा हुआ था। जिलाधिकारी बीच-बीच में श्रद्धालुओं को पैदल रास्ते के अलावा इधर-उधर से न जाने की हिदायत भी दे रहे थे। यहां से होते हुये जिलाधिकारी हिल बाईपास पर ऊपर की ओर बढ़ते हुये हिल बाईपास को भारी वर्षा से हुये नुकसान का जायजा भी लेते जा रहे थे। उन्होंने कहा कि हिलबाईपास को जो नुकसान पहुंचा है, उसे वन विभाग से सामंजस्य स्थापित करते हुये जल्दी ही ठीक कराया जायेगा। यहां से होते हुये वे मंशादेवी पैदल मार्ग का निरीक्षण करते हुये व्यू प्वाइण्ट पहुंचे, जहां से उन्होंने श्रद्धालु कांवड़ियों से शिवमय हुई पूरी हरकीपैड़ी, पन्तदीप, चमकादड़ टापू आदि क्षेत्रों का पूरा जायजा लिया तथा अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये।

व्यू प्वाइण्ट से जिलाधिकारी सीढ़ियों के रास्ते होते हुये अपर रोड पहुंचे, जहां श्रद्धालु कांवड़ियों का जन-समुद्र उमड़ा हुआ था, का निरीक्षण करते हुये वे हरकीपैड़ी पहुंचे, जहां पुलिस चौकी के पास से उन्होंने हरकीपैड़ी में एकत्र हुये श्रद्धालु कांवड़ियों, सुरक्षा व्यवस्था आदि का जायजा लिया।

 

हरकीपैड़ी से जिलाधिकारी कांवड़ियों के साथ-साथ सीसीआर पहुंचे, यहां से पूरा निरीक्षण करते हुये वे हाथी पुल के पास बीईजी(बंगाल इंजीनियरिंग गुंप सेण्टर) द्वारा बनाये गये केन्द्र पर पहुंचे। यहां से वे तैराक दल के साथ सेफ्टी वोट में अधिकारियों के साथ सवार हुये तथा विभिन्न घाटों की सुरक्षा आदि का गहनता से निरीक्षण करते हुये घाटों के किनारों पर एकत्रित कांवड़ियों का जगह-जगह पर अभिवादन लेते हुये श्रद्धालुओं को गंगा में लगाई गयी सुरक्षा ग्रिल से आगे न आने की माइक के माध्यम से हिदायत भी दे रहे थे। बीईजी आर्मी के अधिकारियों ने कांवड़ मेले के दौरान उनके द्वारा कई श्रद्धालुओं को बचाने के सम्बन्ध में भी जानकारी दी, जिस पर जिलाधिकारी ने बीईजी आर्मी के अधिकारियों की प्रशंसा की।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्रद्धालु कांवड़ियों की सुविधा के लिये जो स्वास्थ्य कैम्प लगाये गये हैं, उनका भी निरीक्षण किया तथा श्रद्धालु कांवड़ियों को हर तरह की दवा उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

जिलाधिकारी से मीडिया द्वारा रोशनाबाद बिहारीगढ़ मार्ग पर आन्नेकी हेतमपुर के मध्य नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने की सम्बन्ध में जानकारी ली तो जिलाधिकारी ने बताया कि इस पुल का इस्तेमाल आन्नेकी हेतमपुर, रोशनाबाद, औरंगाबाद, टिहरा, टोगिया, डालूवाला, रसूलपुर, हजारा ग्रण्ट आदि गांवों के लोगों द्वारा किया जाता है, जिसके महत्व को देखते हुये लोक निर्माण विभाग को तुरन्त ही व्यवस्था बनाने के निर्देश दे दिये गये थे, जिसके क्रम में लोक निर्माण विभाग द्वारा अस्थाई रास्ता बनाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है, जिसमें दो जे0सी0बी0 लगातार लगी हुई हैं तथा उम्मीद की जा रही है कि आज शाम तक अस्थाई रास्ता प्रारम्भ हो जायेगा तथा नये पुल के निर्माण तक यहां पर वैली ब्रिज स्थापित किया जायेगा।

 

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी  प्रतीक जैन, उपाध्यक्ष हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण  अंशुल सिंह, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व)  बीर सिंह बुदियाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट भगवानपुर  आशीष मिश्रा, एसडीएम  पूरण सिंह राणा, एमएनए  दयानन्द सरस्वती, सचिव रेडक्रास डॉ0 नरेश चौधरी, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण  सुरेश तोमर, बीईजी आर्मी के कमाण्डेंट  राजेश सिंह, दल के सदस्य  संजीव पठानिया,  दीपक बसकण्डी,  प्रतीक गुप्ता,  तपन सांगवान,  एस चक्रवर्ती, सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।

 

सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।

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