हरिद्वार, 8 नवंबर। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने उत्तरी हरिद्वार स्थित श्री मध्वाश्रम के अध्यक्ष व राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी तथा पेजावर अधोक्षज मठ के पीठाधीश्वर स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ महाराज से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया।
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को शाॅल ओढ़ाकर तथा फूलमाला पहनाकर आशीर्वाद देते हुए स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ महाराज ने कहा कि अयोध्या में भव्य रूप का मंदिर भव्य, अनुपम व आलोकिक होगा।
देश दुनिया के श्रद्धालु भक्तों की आस्था रामलला के मंदिर से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में विराजमान हैं। जन जन के आराध्य भगवान राम के नाम सिमरन करने मात्र से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। संत महापुरूषों व राम भक्तों के बलिदानों के बाद राम मंदिर निर्माण का शुभ अवसर आया है। अयोध्या में भव्य रूप से बन रहा श्रीराम मंदिर सनातन धर्म का प्रमुख केंद्र होगा। सभी को भगवान राम के जीवन आदर्शो को अपनाकर देश व समाज की उन्नति में योगदान देना चाहिए। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि संतों के सानिध्य व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से राममंदिर निर्माण का ऐतिहासिक कार्य शुरू हुआ है। संतों व श्रद्धालुओं की भावनाओं के अनुरूप मंदिर का निर्माण जल्द पूरा होगा। उन्होंने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में अगले वर्ष होने वाला कुंभ मेला भव्य रूप से संपन्न कराने के लिए प्रदेश सरकार दिनरात प्रयास कर रही है। कुंभ मेले केे दौरान हरिद्वार आने वाले संतों व श्रद्धालुओं को उच्चस्तरीय सुविधाएं मिल सकें। इसके लिए बड़े स्तर पर निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। कुंभ निर्माण कार्यो का लाभ देश की प्रमुख आध्यात्मिक नगरी हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं व संतों को लगातार मिलती रहें। इस दृष्टिकोण के साथ कुंभ निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। इस दौरान हरिपुर ग्राम प्रधान गीतांजली जखमोला, बीजेपी नेता मनोज जखमोला, पार्षद प्रतिनिधि विदित शर्मा, देवीप्रसाद, विश्व हिन्दू परिषद के सयुंक्त राष्ट्रीय सचिव राघवलु, कमल पटेल, नरेंद्र पाटीदार, माध्वाश्रम के प्रबंधक मनोज जोशी, बजरंग दल के पूर्व प्रदेश संयोजक बलराज डूंगर, कृष्णा, विष्णु, वेणुगोपाल शास्त्री, श्रीनाथ पुजारी, डीपी अनन्ता, अरविन्द भागवत, राजपाल नेगी, विपिन भार्गव, विनोद भट्ट आदि मौजूद रहे। शांतिकुंज चित्रकूट धाम के स्वामी रामकृष्ण दास ने भी स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ महाराज से मुलाकात की।