मानव कल्याण के लिए समर्पित होता है संतों का जीवन : श्रीमहंत महेश्वरदास
कुंभ में आए बड़ा अखाड़ा के पंच परमेश्वरों की रवानगी, संतों के साथ अफसरों ने भी किया अभिनंदन
मेला प्रशासन व संतों के समन्वय से कुंभ सकुशल संपन्न हुआ: महंत दामोदर दास
हरिद्वार। श्री पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के पंच परमेश्वर कुंभ मेला संपन्न होने के बाद अब अपने अपने गंतव्य के लिए रवाना हो रहे हैं। रवानगी से पूर्व बड़ा अखाड़ा में संतो के साथ ही जिलाधिकारी एवं अन्य अफसरों ने भी पंच परमेश्वर का फूल मालाएं पहनाकर अभिनंदन किया। अधिकारियों ने संतों से आशीर्वाद लिया।
श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमहंत महेश्वरदास महाराज ने अखाड़े में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुंभ मेला भारतीय संस्कृति की धरोहर है। कुंभ मेले में अखाड़े के पंच परमेश्वर एवं अन्य सभी संत देश के कोने कोने से पहुंचते हैं। कुंभ की समाप्ति के बाद अब अखाड़े पंच परमेश्वर अपने गंतव्य के लिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि संतों का जीवन मानव कल्याण को समर्पित होता है। अखाड़ों के संत देशभर में सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने के साथ ही इसकी रक्षा करने में मुख्य भूमिका निभाते चले आ रहे हैं। सनातन धर्म की रक्षा के लिए संतों का होना बहुत जरूरी है। महंत रघुमुनि महाराज ने कहा कि कुंभ मेला दुनियाभर में किसी भी धार्मिक प्रयोजन के लिए भक्तों का सबसे बड़ा संग्रहण है। कुंभ मेले के दौरान पतित पावनी मां गंगा का आशीर्वाद और संतों के सान्निध्य से श्रद्धालु अनंत काल तक धन्य हो जाते हैं और उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। कोठारी महंत दामोदर दास महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन और संत महापुरुषों के समन्वय से कुंभ मेला पारंपरिक रूप से सकुशल संपन्न हुआ है। अधिकारियों ने भी पूरी जिम्मेदारी के साथ अपनी भूमिका निभाई है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कहा कि संत महापुरुषों के आशीर्वाद से कुंभ मेला कुंभ सकुशल संपन्न हुआ। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के संत समाज को नई दिशा देने के लिए प्रशंसनीय कार्य करते चले आ रहे हैं। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवुदई कृष्णराज एस, जीआरपी एसपी मंजूनाथ टीसी ने भी पहुंचकर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर महंत अधुतियानंद दास, महंत कमल दास, गद्दी शालांतर शाह के महंत रविंद्र दास एवं कुंभ मेला एसपी सुरजीत पंवार, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी अभय सिंह, इंस्पेक्टर भावना कैंथोला, डॉ. नरेश चौधरी आदि उपस्थित रहे।