हरिद्वार

शदाणी दरबार तीर्थ के संस्थापक शिव अवतारी सतगुरु संत शदाराम साहिब जी का 315 वां जन्मोत्सव का आयोजन सिंध पाकिस्तान में धूमधाम से मनाया

03 दिसंबर को यात्रा पूरी कर बॉर्डर पार कर भारत पहुंचेगा जत्था

शदाणी दरबार तीर्थ के संस्थापक शिव अवतारी सतगुरु संत शदाराम साहिब जी का 315 वां जन्मोत्सव का आयोजन सिंध पाकिस्तान में एवं 125 तीर्थयात्रियों का जत्था 22 नवंबर से 03 दिसंबर 2022 तक सिंध के पवित्र तीर्थ स्थलों की यात्री पर

पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ के संस्थापक शिव अवतारी सतगुरु संत शदाराम साहिब जी का 315वें जन्मोत्सव में भारत वर्ष से 125 तीर्थयात्रियों का जत्था सिंध पाकिस्तान की यात्रा पर। शदाणी दरबार तीर्थ से 125 तीर्थ यात्रियों का जत्था सिंध पाकिस्तान पहुंचा। दरबार तीर्थ के अष्टम पीठाधीश्वर ने भारत और पाकिस्तान के मध्य प्रोटोकाल एग्रीमेंट करवाया था जिसमें भारत से हर वर्ष नवंबर एवं दिसंबर के मध्य यात्रा होती है एवं पाकिस्तान सिंध से मार्च अप्रैल के मध्य ये यात्रा होती है। दरबार तीर्थ की सिंध यात्रा पिछले 40 वर्षों से चल रही है आपको ज्ञात रहे की जब कोरोना महामारी के कारण जब बॉर्डर बंद थे तब भी दरबार तीर्थ की ये यात्रा में लगभग 100 यात्रियों का जत्था सिंध गया था। इस वर्ष भी 125 तीर्थयात्रियों का जत्था सिंध पाकिस्तान गया है जिसमे 12 प्रदेशों से यात्री शामिल है जिसमे बनारस वृंदावन के पूज्य संतगण महामंडलेश्वर, मुंबई इस्कॉन टेंपल के कथाकार भी शामिल हैं।

इस यात्रा में मुम्बई नागपुर अहमदाबाद दिल्ली पूना जयपुर अजमेर राजकोट इंदौर भोपाल व रायपुर के वर्ष्ठजनों के साथ पूज्य संत जी भाई श्री भरतलाल शदाणी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती जाया देवी भरतलाल शदाणी, संत जी की सुपुत्री वीरता शदाणी एवं भतीजी अर्चना शदाणी भी शामिल हैं। पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ के सचिव उदय शदाणी ने बताया की ये जत्था 22 नवंबर को बॉर्डर क्रॉस के 23 नवंबर को दरबार तीर्थ के आदि स्थान पूज्य हयात पिताफिन पहुंचे जहां हवन यज्ञ के साथ कार्यक्रम की शुरवात हुई तत्पश्चात श्री राम चरित मानस, भागवत गीता एवं गुरु नानक देव का पाठ का आरंभ हुआ ध्वजा रोहण मात्र शक्ति द्वारा सैकड़ों की संख्या में कलश यात्रा सामूहिक उपनन्य संस्कार एवं विवाह समारोह के साथ 3 दिनों तक धार्मिक कार्यक्रमों के साथ सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमें युवक एवं युक्तियों द्वारा सांस्कृतिक क्रायक्रम हुआ। 24 नवंबर को पूज्य संत जी से आशीर्वाद लेने एवं पूज्य संत जी का एवं भारतीय तीर्थयात्रियों का स्वागत करने पाकिस्तान सरकार से श्री राणा साहब, हिंदू मंदिरों कम्युनिटी के president श्री कृष्ण शर्मा जी मोहम्मद बक्श खान महर संसद जी, एवं अब्दुल बारी खान पिताफी सिंध के मंत्री ने आकर पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ के आदि स्थान पर आकर संत जी का आशीर्वाद लिया एवं जत्थे का स्वागत अभिनंद किया। 26 नवंबर को सुबह भोग साहब के पश्चात दिन में जरवार एवं रात्रि में दरबार तीर्थ के पंचम पीठाधीश्वर परम पूज्य माता हासी देवी जी के जन्मस्थान खानपुर महर पर पहुंचा जहां संत जी का बड़े धूम धाम से स्वागत किया गया 27 नवंबर को अद्लपुर में माता रानी के मंदिर में दर्शन एवं रात्रि श्री कृष्ण धाम घोटकी में संत जी एवं जत्थे का धूम धाम से स्वागत हुआ। घोटकी भजन कीर्तन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। 28 नवंबर को पनो अकील, सधुबेल्ला सुक्खर जहां सिंधु नदी के किनारे पाठ पूजा हवन यज्ञ भजन कीर्तन अरदास एवं पल्लव साहिब का आयोजन किया गया जहां डॉ. नफीसा शाह विधायक एवं वकफ बोर्ड के अधिकारियों मंत्रियों ने स्वागत किया गया एवं रात्रि में वसण शाह दरबार रोहड़ी में पूज्य संत श्री युधिष्ठिरलाल जी एवं संत श्री छोटूराम जी के के सानिध्य में भजन कीर्तन एवं आशिर्वादक संभोदन हुआ। आज 29 नवंबर को अरोड़ा में माता कालका देवी मंदिर में दर्शन पूजन एवं भजन कीर्तन हुआ एवं रात्रि में वेद मंदिर माथेलो साहिब जहां चारों वेदों की रचना की गई थी जहां श्री वेदव्यास द्वारा 4 वेद 6 शास्त्र 18 धर्म ग्रंथ पुराण और शिव अवतारी सतगुरु संत शदाराम साहिब जी ने भत्तों के लिए धूणी रमाई ऐसे पवित्र स्थानों जत्था जाएगा और वहां पर भजन कीर्तन सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ।

30 नवंबर को पूज्य शदाणी दरबार मीरपुर माथेलो यज्ञ हवन, झंडा धवजा, भजन-कीर्तन पूज्य संतों के द्वारा परवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा 01 दिसंबर को देहरकी एवं 02 दिसंबर को गुरु नानक देवी जी की जन्मभूमि स्थान पर नानकाणा साहब एवं पंजा साहब जहां गुरु नानक देवी साहिब जी के हाथ के पंजे का निशान है ऐसी मान्यता है को पंजा साहब में पानी की कमी पड़ने पर गुरु नानक देव ने अपने हाथ से पंजा बनाया जिसके बाद से वहां पर पानी की कभी कमी नहीं हुई और वहां लोग आत्मय शुद्धि के लिए स्नान करते हैं इस अवसर पर पूज्य संत जी एवं जत्था गुरुद्वारे में भजन कीर्तन स्नान का लाभ कर भारत के लिए वापिस 03 दिसंबर को बॉर्डर क्रॉस करके भारत आगमन करेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button