
हरिद्वार। नगर निगम की बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेसी पार्षद अनुज सिंह ने सैनिटाइजर का छिड़काव करने वाले टैंकरों में किस तरीके से डीजल में खेलकर घोटाला किया जा रहा था, उसका वीडियो के माध्यम से खुलासा किया।

बोर्ड बैठक में सभी पार्षदों ने एकमत होकर गैराज से सेनेटरी इंस्पेक्टर और वरिष्ठ लिपिक को हटाने की मांग उठाई। मामले में मेयर अनिता शर्मा ने एक जांच कमेटी का गठन किया। जिसमें पार्षद अनुज सिंह, अनिरुद्ध भाटी, उदयवीर चौहान, अर्जुन सिंह चौहान, शुभम मंडोला, पार्षद कैलाश भट्ट को शामिल किया गया।

वीडियो के माध्यम से खुलासा करते हुए

पार्षद अनुज सिंह ने बताया कि एक ट्रैक्टर चालक को 10 लीटर की कच्ची पर्ची बनाकर दी जा रही थी। जबकि पक्की 16 लीटर की पर्ची को निगम की फाइल में लगाकर घोटाला किया जा रहा है। दो पर्ची के आधार पर छह ट्रैक्टरों का डीजल तय किया गया था। अनुमान लगाए तो प्रतिमाह 64000 का घोटाला हुआ। जबकि इसके अलावा न जाने कितने वाहनों से इस तरीके से घोटाला कर अधिकारी कर्मचारी अपनी जेब भरने का काम कर रहे हैं। तथ्यों के आधार पर उन्होंने बोर्ड बैठक में इसका खुलासा किया। जिस पर सभी पार्षदों ने रोष जताते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठा दी। बीच-बीच में कई बातों को लेकर कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। इस बीच कई प्रस्तावों पर मोहर लगी। देर शाम तक नगर निगम की बैठक चलती रही।