संविधान के 42 वें संसोधन से पंथ निरपेक्ष हटाया जाए -आनंद स्वरूप

हिन्दू राष्ट्र घोषित न करने पर दिल्ली में 1 लाख संतों के साथ आंदोलन करेंगे
हरिद्वार। शंकराचार्य परिषद के सर्वपति स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा है कि भारतीय संविधान की मूल प्रस्तावना में आपातकाल में 42 वें संशोधन में जोड़े गए पंथ निरपेक्ष शब्द को हटाकर हिन्दू राष्ट्र लिखा जाए। हिन्दूओं की सरकार में ये कार्य शीघ्र किया जाना चाहिए।
भूपतवाला स्थित शांभवी धाम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि 10 हजार संतों से हस्ताक्षर कराने के बाद एक ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा जायेगा। जिसमें संविधान की मूल प्रस्तावना में पंथ निरपेक्ष शब्द हटाकर भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने का अनुरोध किया गया है। केंद्र सरकार भारत हिंदू राष्ट्र के रूप में घोषित किया जाए। इस मांग को लेकर अभियान की शुरुआत हरिद्वार से उन्होंने प्रारंभ की है। अगर इस मांग को नहीं माना गया तो 1 लाख संतों के साथ दिल्ली की सड़कों पर आंदोलन प्रारंभ किया जायेगा। दिग्विजय सिंह के धारा 370 पर दिये गये बयान पर उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह का इतिहास काला रहा है। आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से पाकिस्तान समर्थित कार्य करती रही है।