
हरिद्वार ।आज रोशनाबाद में कांग्रेस विधायकों और नेताओं द्वारा अवैध मजार हटाने का विरोध किया ।जिसको लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्रपुरी का कड़ा बयान सामने आया है। महंत रविंद्रपुरी ने अवैध मजारों पर प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई को सही ठहराया और कांग्रेस विधायकों से इस मुद्दे पर राजनीति न करने की अपील की है। श्री महंत रविंद्रपुरी ने कहा कि अवैध अतिक्रमण के मुद्दे पर पूरा संत समाज राज्य सरकार के साथ है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट के आदेश के क्रम में रास्ते में निर्मित धार्मिक व व्यावसायिक संचनाओ हटवाया जा रहा है,
पूर्व में जो हिंदू धार्मिक संरचनाएँ को भी हटाया गया जैसे सप्तऋषि रोड में भारत माता मंदिर , परमार्थ आश्रम व दुधाधारी आश्रम के अतिक्रमण , सिंह द्वार का हनुमान मंदिर व अतिक्रमण की जद में आये अन्य मंदिर भी हटाये गये जो रास्ते में निर्मित थे।
आर्यनगर में बनी मज़ार जो रास्ते में बनी थी आम पब्लिक के हित नियमानुसार व सबको सुनकर हटाया गया है …
मज़ार के नाम पर प्रशासन पर दवाव बनाना उचित नहीं है।
जो व्यक्ति अनावश्यक रूप से प्रशासन् पर दवाब् बना रहे है उनके ख़िलाफ़ करवाई कि जाये।
मीडिया को बयान जारी कर श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि ये नेतागिरी करने का समय नहीं है। वो नेताओ से अपील करते है कि सरकार को अपना काम करने दीजिए। सरकार अवैध मजारों के खिलाफ सरकार जो कार्रवाई कर रही वो नियमों के अनुसार सही है। श्री महंत रविंद्रपुरी ने ये भी कहा कि उत्तराखंड एक देवभूमि है लेकिन पिछले कुछ समय में यहां मजारों की संख्या में इजाफा हुआ है जबकि मंदिर कम होते जा रहे हैं जो कि चिंता का विषय है। हाईवे पर रातों रात मजार बन जाती है और सुबह उस पर चादर भी चढ़ जाती है। सरकार नियमों के अनुसार अवैध मजारों को तोड़ने का जो काम कर रही है वो एक सराहनीय कदम है।
महंत रविंद्रपुरी ने यह भी कहा कि पूरा संत समाज राज्य सरकार के साथ है और सरकार जो भी कर रही है वो बहुत अच्छा कर रही है। सरकार ने हरिद्वार में केवल अवैध मजारों पर ही नही अवैध मंदिरों पर भी कार्रवाई की है।