मां मनसा देवी और मां कात्यायनी के दर्शन मात्र से ही जीवन में होता है खुशहाली का संचार:श्रीमहंत रविंद्र पुरी


हरिद्वार। तीर्थ नगरी हरिद्वार के पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर मां भगवती के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवम मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने नवरात्रि के छठे दिन मां देवी दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा अर्चना कर लोक कल्याण और देश प्रदेश में सुख शांति समृद्धि की कामना की। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि मां मनसा देवी और मां कात्यायनी के दर्शन श्रद्धालु भक्तों को सद्गति प्रदान करते और जीवन में खुशहाली का संचार होता है। उन्होनें कहा कि शारदीय नवरात्र की षष्ठी तिथि पर देवी के विशेष दर्शन पूजन का विधान है। देवी पुराण और स्कंद पुराण में भगवती के इस स्वरूप की महिमा का विशेष व्याख्यान किया गया है। नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की तप तपस्या करके मां भगवती को प्रसन्न किया जाता है। मां भगवती को प्रसन्न करने के लिए हमें प्रत्येक दिन नवरात्रों में कन्या पूजन भी करना चाहिए कन्याओं में ही मां भगवती के स्वरूप का दर्शन होता है ।उन्होंने कहा कि हमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर विशेष ध्यान देना चाहिए तभी नवरात्रि की पूजा अर्चना करने का लाभ है हमें मातृ शक्ति का सम्मान करना चाहिए तभी परिवार समाज देश और प्रदेश में सुख शांति और समृद्धि की स्थापना हो सकती है।