हरकी पैड़ी सील करने के विरोध में धरने पर बैठे श्रीगंगा सभा के पदाधिकारी,देखे वीडियो
प्रशासन और पुलिस अधिकारियो के आश्वासन के बाद तीर्थ पुरोहितों का साढ़े तीन घंटे धरना हुआ समाप्त
हरिद्वार। हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं को बेरिकेड्स लगाकर रोकने पर श्रीगंगा सभा के पदाधिकारी नाराज हो गए। पदाधिकारी हरकी पैड़ी पर धरने पर बैठ गए। सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। एडीएम केके मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, नगर कोतवाल राजेश साह ने पहुंचे। अधिकारियो के सामने नारे लगाए गए। गंगा सभा के पदाधिकारी अधिकारियो से वार्ता करने गए तो तीर्थ पुरोहितों ने विरोध भी किया।
बड़ी मुश्किल से पदाधिकारियों को समझाया। तब जाकर साढ़े तीन घंटे बाद धरना समाप्त हो पाया।
महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि प्रशासन की ओर से आए दिन हरकी पैड़ी पर आम आदमी के लिए बैरिकेटिंग कर दी जाती है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी कौन सी एसओपी या गाइडलाइन प्रशासन की ओर से जारी की जाती है जो केवल मात्र हरकी पैड़ी पर ही लागू होती है। उन्होंने कहा कि हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं को आने से रोकना हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसा है। महामंत्री तन्मय वशिष्ट ने कहा कि जब श्रद्धालु सीमा पर आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाकर हरिद्वार में एंट्री कर रहे हैं तो वह कौन सा नियम और कानून है जो उन्हें हरकी पैड़ी पर आने से रोक रहा है। वही धरना पर अधिकारियो के पहुंचने से पूर्व व्यापारी नेता पहुंचे और समर्थन में बैठे। धरने पर बैठने वालों में श्री गंगा सभा अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, स्वागत मंत्री डॉ सिद्धार्थ चक्रपाणी, समाज कल्याण मंत्री नितिन गौतम, प्रचार सचिव शैलेश मोहन, सचिव अवधेश पटुवर, अमित शास्त्री, विवेक मिश्रा, विकास प्रधान, सचिन गौतम, रामकुमार उपाध्याय, अनुपम जगता, अंकित कुँएवाले, शिवांश झा, धीरज पचभैया, राजीव झा, अमित झा, संजय सतभैया, शिवांश दीनानाथ के, अक्षत मिश्रा, वासु मिन्नाके, आशु झा, उदित वशिष्ठ आदि उपस्थित रहे।