उपराष्ट्रपति से मिले निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी एवं अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी
गौरवशाली हैं देवभूमि उत्तराखंड की परंपराएं-स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार, 6 जून। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज एवं अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज एवं श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने उपराष्ट्रपति को माई की चुनरी, नारियल एवं मां मनसा देवी का चित्र भेंटकर आर्शीवाद दिया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और हरिद्वार आने का निमंत्रण दिया। इस अवसर पर निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति दुनिया की संवाहक बनी हुई है। विदेशी भी हिंदू संस्कृति की और आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की गौरवशाली परंपराएं हैं। श्री बद्रीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम, गंगोत्री धाम, यमुनोत्री धाम सहित हेमकुंड साहिब पूरी दुनिया की आस्था का केंद्र हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देवभूमि की ख्याति को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। चारधाम यात्रा एवं अन्य धार्मिक गतिविधियां पूरे प्रदेश में संचालित रहती हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में देश दुनिया के श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के पहुंचते हैं। मां गंगा सभी को सुख समृद्धि प्रदान करती है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि पतित पावनी मां गंगा के आशीर्वाद से लोगों का कल्याण होता है। सरकारें भी मां गंगा को स्वच्छ, निर्मल, अविरल बनाए रखने के लिए युद्ध स्तर पर योजनाएं लागू कर रही है। मां गंगा के आचमन मात्र से ही श्रद्धालु भक्तों का कल्याण होता है। उन्होंने कहा कि मां मनसा देवी भक्तों का कल्याण करती है। देश व राष्ट्र की उन्नति प्रगति एवं विश्व कल्याण की कामना सभी को करनी चाहिए। संत समाज सदैव ही मानव कल्याण में अपना योगदान देता चला आ रहा है। स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि शीघ्र ही उपराष्ट्रपति मां दक्षिण काली का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्री दक्षिण काली मंदिर आएंगे।