शहीदों के सपनों का भारत बनाएं युवा: श्रीमहंत रविंद्र पुरी
: अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने रामानंद इंस्टीट्यूट में किया ध्वजारोहण
हरिद्वार: स्वतंत्रता दिवस पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने रामानंद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड मैनेजमेंट में ध्वजारोहण कर युवाओं से शहीदों के सपनों का भारत बनाने का आव्हान किया। राष्ट्रगान से कार्यक्रम का शुभारंभ होने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों में इंस्टीट्यूट के छात्र छात्राओं ने रंग जमा दिया।
श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि पूरा देश स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। हर घर तिरंगा से पूरे देश में उत्साह और देशभक्ति का माहौल है। देश के हर नागरिक के मन में देश के प्रति अलग ही उत्साह और जुनून देखने को मिला है। महापुरूषों ने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व निछावर कर बलिदान दिया है, जिसे हम भूल नहीं सकते है। कहा कि क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान देकर देश को स्वतंत्र कराया है। देश फिर से शक्तिशाली बनकर उभरे इसके लिए हम सभी को संकल्प लेना होगा। इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर वैभव शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए धन्यवाद प्रेषित किया और सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर गीत संगीत और नृत्य के कार्यक्रमों के अलावा छात्र-छात्राओं ने एक संगीत नाटिका प्रस्तुत की।
जिसमें मेक इन इंडिया, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, जनधन जैसी कल्याणकारी योजनाएं गिनाते हुए नए भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया।
आरिका शर्मा ने हारमोनियम से राष्ट्रगान की मधुर ध्वनि निकालकर श्रोताओं को मन मुग्ध कर कार्यक्रम का समापन किया, तदुपरांत अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने आरिका शर्मा को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्री महंत रामरतन गिरी, एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य सुनील कुमार बत्रा, डॉ मयंक गुप्ता, आरए शर्मा, सूरज राजपूत, मनुज उनियाल, सचिन विश्नोई, कुसुम लता, प्रियंका, शिल्पा गिरी, मनोज बंसल, रोहित, हिमानी, कृति, विवेक, अश्वनी जगता, नवीन, हिमांशु, वर्तिका, प्रियांशु, अंकित, शिव कुमार एवं छात्रों में पारस, लविश, अंजनय, रूपा, दीपांशी, सात्विक, बलप्रीत, रमन, अमन, कुनाल, आशीष, आशुतोष, क्षितिज, आलोक, तनिषा, ईशिका, मनरूप, खुशी, कामिनी, काजल, अदिति, प्रियांशु, वैशाली, ग्रंथ आदि मौजूद रहे।