हिमालय को सुरक्षित रखना सबकी नैतिक जिम्मेदारी: श्रीमहंत रविंद्रपुरी
हिमालय बचाओ अभियान के तहत संतों को दिलाई शपथ
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने हिमालय बचाओ अभियान के तहत संतों को हिमालय संरक्षण की शपथ दिलाई। हिमालय को बचाने के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की।
श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि हिमालय हमारे देश का मस्तक है और हमारे देश की आन-बान-शान है, जिसे सुरक्षित रखना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। हमें पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए अपने जीवन में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उसकी सुरक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमालय संरक्षण के प्रति घर-घर जागरूकता, जनसहभागिता का संदेश पहुंचाने के लिए शिक्षक-छात्र अहम कड़ी का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि हम सबका कर्तव्य है कि हिमालय को बचाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि हमें पॉलीथिन का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। पर्यावरण दूषित होने से बचाना चाहिए।
उन्होंने आह्वान किया कि हम सभी को आज संकल्प लेना होगा कि पर्वतराज हिमालय को किसी भी प्रकार का नुकसान न पहुंचे। वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को सन्तुलित करने में हिमालय की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि हिमालय विविध प्राकृतिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय कारणों से अहम हैं। यह धुव्रीय क्षेत्रों के बाद पृथ्वी पर सबसे बड़ा हिमाच्छादित क्षेत्र है। इस अवसर पर श्रीमहंत राम रतन गिरी, दिगंबर उमेश भारती, दिगंबर विनोद गिरि, मोहन भारती, शैलेश वन, रोशन भारती, महेंद्र पुरी, कृष्णागिरी, जितेंद्र गिरी, राकेश गिरी, अजय पुरी, चंदन गिरी, रामचंद्र पुरी, राजपुरी आदि उपस्थित रहे।