ज्ञानवापी को लेकर न्यायालय पर पूरा भरोसा: निरजंन ज्योति
ज्ञानवापी मामले में गलत बयानबाजी से बचे संत: श्रीमहंत रविंद्रपुरी
केंद्रीय राज्यमंत्री निरंजन ज्योति निरंजनी अखाड़े में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी से मिली
हरिद्वार। केंद्रीय राज्य मंत्री निरंजन ज्योति ने पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में पहुंचकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज से मुलाकात की। अखाड़ा में पहुंचने पर उनका माता की चुनरी पहनाकर मां गंगा की मूर्ति भेंटकर स्वागत किया गया। उन्होंने ज्ञानवापी मुद्दे पर कोर्ट के फैसले पर भरोसा बताया। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने ज्ञानवापी को लेकर संत समाज से गलत बयान बाजी करने से बचने की अपील की।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री निरंजन ज्योति ने कहा कि यमनोत्री जाने वाले मार्ग पर हुए हादसे के दौरान मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं की मृत्यु से गहरा आघात लगा है। उन्होंने मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि गुरुपरंपरा अनादि काल से चली आ रही है। भारत की संस्कृति को संत समाज ने जिंदा रखा हुआ है।
आश्रम जैसी वेब सीरीज को उन्होंने गलत बताया। उन्होंने कहा कि कानपुर में जो भी कुछ हुआ सही नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आने के बाद कहीं भी दंगे नहीं हुए हैं। जिस तरह से जो कुछ भी हाल ही में हुआ उससे ऐसा लगता है कि सुनियोजित तरीके से किया गया है। ज्ञानवापी के मामले में उन्होंने कहा कि वहां नंदी और शिवलिंग सहित सभी तथ्य मिले हैं जिससे साफ हो गया है कि वहां मंदिर ही था। कोर्ट के फैसले पर पूरा भरोसा है। कोर्ट का निर्णय सही होगा।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ज्ञानवापी मामले को लेकर कोर्ट का जो भी फैसला होगा वह सर्वमान्य होगा। संत समाज से अपील है कि वह गलत बयान बाजी से बचें। कोई भी गलत टिप्पणी न करें। सरकार या फिर कोर्ट के बारे में भी कुछ भी कहने से बचे। उन्होंने कहा कि आश्रम जैसी वेब सीरीज को बैन किया जाना चाहिए। कुछ हिंदू समाज के लोगों की ही मानसिकता ऐसी है कि वह धर्म को बदनाम करना चाहते हैं। इस अवसर पर श्रीमहंत रामरतन गिरी, भोला शर्मा, प्रतीक सूरी, टीना आदि उपस्थित थे।