हरिद्वार

कोविड-19 टेस्टिंग के लिये 2000 का लक्ष्य :डीएम

हरिद्वार में जल्द ही टेस्टिंग लैब काम करना शुरू कर देगी

हरिद्वार। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने आज मेला नियंत्रण भवन(सीसीआर)हरिद्वार में कोविड-19 के सम्बन्ध में एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया। 


सी रविशंकर ने कोविड-19 के टेस्टिंग के सम्बन्ध में पत्रकारों को बताया कि टेस्टिंग के लिये 2000 का लक्ष्य रखा था, लेकिन इधर हम इस लक्ष्य को पार करते हुये 3000 हजार के आसपास टेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हरिद्वार में जल्द ही टेस्टिंग लैब काम करना शुरू कर देगी। आई0सी0एम0आर0 ने कुछ गाइडलाइन दी है, उसी के अनुसार कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि हमारी सेम्पिलिंग प्रतिदिन बढ़ रही हैै।


जिलाधिकारी ने प्रेसवार्ता में गंगा की चर्चा करते हुये कहा कि गंगा की पवित्रता बनाये रखने के लिये महीने में दो बैठकें आयोजित की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी योजना है कि कुछ गंगा घाटों को संस्थायंें गोद लें ताकि इन घाटों का सौन्दर्यीकरण के साथ ही इनका रखरखाव भी हो सके। इसके लिये हमने कुछ शुल्क भी रखा है, जो दो लाख के आसपास हो सकता है। इन घाटों कों हम एजेंसी/संस्थाओं को तीन साल के लिये जो इच्छुक होंगे उन्हें आवंटित करेंगे। तीन वर्ष तक उस घाट पर सम्बन्धित का सूचना पट्ट निर्धारित नियमों एवं शर्तों के अनुसार स्थापित होगा।

उन्होंने बताया कि इन घाटों के लिये बहुपयोगी कार्मिक तैनात होंगे, जिन्हें चालान काटने का भी अधिकार हो सकता है और इन घाटों की पूरी देखभाव व रखवाली यही बहुपयोगी कार्मिक करेंगे। इन्हें बारह हजार तक का वेतन दिया जा सकता है। 


जिलाधिकारी ने प्रेसवार्ता में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की भी चर्चा करते हुये कहा कि हम 53 गांवों को आदर्श गांवों के रूप में विकसित कर रहे हैं, जिनमें चिकित्सा सुविधा, बिजली, पानी, इण्टरनेट, आंगनबाड़ी केन्द्र, आॅल वेदर रोड, एम्बुलेंस, आदि की सुविधायें मौजूद रहेंगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल बीस गांव आदर्श गांव बनने की ओर अग्रसर हैं। 
जिलाधिकारी ने प्रेसवार्ता में जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (DLRC)-लीड बैंक की चर्चा करते हुये बताया कि जिन बैंकों का प्रदर्शन अच्छा होगा उन्हें प्रोत्साहित किया जायेगा तथा जिनका प्रदर्शन अच्छा नहीं होगा, उनकी जिम्मेदारी तय की जायेगी। इस ओर हमने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है, जिसके तहत कुछ बैंकों की 90 प्रतिशत धनराशि जमा हो जायेगी।  
जिलाधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि जिला प्रशासन की ओर से शहर के मुख्य रूप से- नगर निगम काम्पलेक्स, नेहरू स्टेडियम, ऋषिकुल मैदान, भूपतवाला, बी0एच0ई0एल0 के सेक्टर-04 क्षेत्रों में एक से 14 नवम्बर तक कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुये आत्मनिर्भर मेला आयोजित करने की योजना है। उन्होेंने बताया कि इस मेले में केवल स्वदेशी सामान की ही बिक्री होगी, विदेशों से आयातित कोई भी सामान इसमें नहीं बिकेगा। इस मेले के लिये जो भी स्टाॅल बनाये जायेंगे, वे निःशुल्क आवंटित किये जायेंगे। इसके लिये किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा। इन मेलों के स्टालों में विभिन्न स्वदेशी वस्तुओं के साथ ही स्वदेशी पटाखों के स्टाल लगाने की भी अनुमति रहेगी। उन्होंने कहा कि इस मेले के आयोजन का हमारा मुख्य उद्देश्य निचले तबके की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है तथा उनके कारोबार को आगे बढ़ाने के लिये सहारा देना है ताकि वे स्वयं आत्मनिर्भर बनने के साथ ही जिला, प्रदेश व देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। 

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