: नवरात्रों पर वैष्णो देवी मंदिर ने चल रही विशेष अनुष्ठान
हरिद्वार। हरिद्वार। उत्तरी हरिद्वार स्थित सिद्ध पीठ पवित्र गुफा वैष्णो देवी मंदिर माता लाल देवी में चैत्र नवरात्र पर चल रहे विशेष अनुष्ठान में सातवें दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है। चैत्र नवरात्र पर चल रहे विशेष पूजा अर्चना के दौरान पहुंचे श्री राम जन्मभूमि अयोध्या ट्रस्ट के सदस्य युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज ने की मां भगवती की पूजा के बाद आरती।
श्री राम जन्मभूमि अयोध्या ट्रस्ट के सदस्य एवं अखंड परमधाम के परमाध्यक्ष युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज ने कहा कि नवरात्रों में भक्तों पर मां भगवती की कृपा बरसती है। नवरात्रों में की जाने वाली भगवती की आराधना से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। वह चैत्र नवरात्रों पर चल रही विशेष अनुष्ठान के दौरान श्रद्धालुओं को नवरात्रों का महत्व बताया।
श्री राम जन्मभूमि अयोध्या ट्रस्ट के सदस्य युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज ने कहा कि चैत्र नवरात्र मां भगवती की आराधना का विशेष पर्व है। सभी को मां भगवती के नौ स्वरूपों की आराधना सच्चे मन से करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देवी भगवती अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर उनको मनवांछित फल प्रदान करती हैं। कहा कि देवी भगवती शक्ति का स्वरुप हैं। जो अपने भक्तों का संरक्षण कर उनका बेड़ा भवसागर से पार लगाती हैं। संपूर्ण नवरात्र जो भक्त मां की आराधना में लीन रहते हैं। उन्हें सहस्त्र गुना पुण्य फल की प्राप्ति तो होती ही है साथ ही घर में सुख समृद्धि का वास होता है। जीवन सदैव उन्नति की ओर अग्रसर रहता है।
युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज के उत्तराधिकारी महामंडलेश्वर स्वामी ज्योतिर्मियानंद ने बताया कि चैत्र नवरात्रि के लिए मंदिर में विशेष अनुष्ठान चल हैं। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा के नौ रूप होते हैं। जिसमें शैल पुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री माता हैं। जिनकी नवरात्रि में पूजा की जाती है।
उन्होंने कहा कि नवरात्रों में नौ दिनों तक सात्विक जीवन व्यतीत करने से तन और मन दोनों की शुद्धि होती है और अंतःकरण में ज्ञान का प्रकाश होता है। वैष्णो देवी मंदिर के संचालक भक्त दुर्गा दास ने कहा कि देवी भगवती के सभी नौ स्वरूप परम् कल्याणकारी हैं। नवरात्रों में प्रतिदिन देवी के एक स्वरूप की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
योगपुरूष स्वामी परमानंद गिरि महाराज को चुनरी उड़ाकर भक्त दुर्गा दास ने किया स्वागत।
अवसर पर पंडित हेमंत थपलियाल, हीरा बल्लभ जोशी, राकेश चंद सकलानी, जगदम्बा प्रसाद, विनय मोहन शास्त्री एवं दीवान सिंह राणा, धनीराम, तनु महाराज, मनी महाजन,अश्वनी कुमार आदि मौजूद रहे ।