ज्ञानवापी केस में वाराणसी की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के निर्णय द्वारा हिंदू पक्ष को पूजा का अधिकार मिलने पर श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज ने जताई खुशी, बोले सच्चाई की जीत हुई
ज्ञानवापी केस में वाराणसी की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के निर्णय द्वारा हिंदू पक्ष को पूजा का अधिकार मिलने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने जताई खुशी, बोले सच्चाई की जीत हुई
हरिद्वार। ज्ञानवापी केस में वाराणसी की जिला कोर्ट द्वारा व्यास जी के तहखाने में हिंदुओं को पूजा अधिकार दिया गया है। कोर्ट द्वारा पूजा का अधिकार देने के फैसले का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज ने स्वागत किया और कोर्ट को साधुवाद दिया। श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि तहखाने में पहले से ही हिंदू धर्म की पूजा सामग्री, प्राचीन मूर्तियां और कई धार्मिक प्रतीक चिन्ह मौजूद हैं। सर्वे रिपोर्ट में भी ये साफ हो गया था। वर्ष 1993 में तहखाने में मूर्ति की पूजा होती थी लेकिन वहां के पुजारियों को मंदिर में ही प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई थी। जिसके बाद वहां होने वाले राग भोग संस्कार भी रुक गए। लेकिन सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट द्वारा ज्ञानवापी में ब्यास जी के तहखाने में पूजा करने का अधिकार हिंदुओं को दे दिया गया है। कोर्ट के इस फैसले का संत समाज स्वागत करता है।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि अयोध्या मथुरा और काशी सनातन धर्म के पवित्र तीर्थ स्थल हैं। सभी तीर्थ स्थलों पर न्यायालय के आदेश के बाद हिंदुओं का अधिपत्य होता जा रहा है और ये सनातनियो की बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में सनातन की विजय पताका फहर रही है। उन्हे पूरी उम्मीद है कि इन दोनो सनातन प्रेमी नेताओ के रहते हुए सनातन को कभी कोई खतरा नहीं होगा और आने वाले समय में संवाद और कोर्ट के फैसले के आधार पर देश अन्य तीर्थ स्थलों पर चल रहे विवाद समाप्त होंगे।