श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने किया पशुपतिनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर लौटे गंगोत्री धाम के रावल शिवप्रकाश महाराज का स्वागत
हरिद्वार, 2 दिसम्बर। नेपाल के काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर लौटे गंगोत्री धाम के रावल शिवप्रकाश महाराज का अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने निरंजनी अखाड़े में स्वागत किया। इस दौरान श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि प्राचीन काल से चली आ रही गंगोत्री धाम से ले जाए गए गंगा जल से भगवान पशुपतिनाथ के जलाभिषेक की परंपरा, जो किन्ही कारण वश बंद हो गयी थी, को पुनः शुरू रावल शिवप्रकाश महाराज ने बेहद उत्तम कार्य किया है। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल की संस्कृति में अनेक समानताएं हैं। पशुपतिनाथ मंदिर सहित कई पौराणिक मंदिर नेपाल में हैं और दोनों देशों के बीच प्राचीन काल से ही रोटी बेटी का नाता भी रहा है।
पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक किए जाने से दोनों देशों के रिश्तें और मजबूत होंगे। रावल शिवप्रकाश महाराज ने बताया कि प्राचीन काल से ही गंगोत्री धाम से ले जाए गए गंगाजल से भगवान पशुपतिनाथ का जलाभिषेक किए जाने की परंपरा रही है। बीच में कुछ समय के व्यवधान के बाद 23 वर्ष पूर्व उन्होंने इस परंपरा को पुनः शुरू किया और इस वर्ष ले जाए गए 11 सौ लीटर गंगाजल से 27 नवम्बर को भगवान पशुपतिनाथ का जलाभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के रूप में धार्मिक परंपरांओं को आगे बढ़ाने में श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज बेहद महत्वपूर्ण योगदान कर रहे हैं। इस दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी भी मौजूद रहे।