
चार युग’ प्रस्तुति ने मोहा मन
शिक्षित और संस्कारिक ही लक्ष्य को साकार करें प्रो बत्रा
हरिद्वार, 7 दिसंबर
श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, जगजीतपुर, हरिद्वार के परिसर में विद्यालय का 30वाँ वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। छात्र-छात्राओं ने विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुति दी, जिसमें ‘चार युग’ शीर्षक के कार्यक्रम को विशेष रूप से सराहा गया और इसने सभी दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
उद्घाटन एवं विशिष्ट अतिथियों का सम्मान
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का संयुक्त रूप से उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. सुनील कुमार बत्राप्राचार्य,एस.एम.जे.एन.पी.जी. कॉलेज और सदस्य, उत्तराखंड राज्य उच्च शिक्षा परिषद ,महामंडलेश्वर: पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन स्वामी शिवानन्द आचार्य ,स्वामी ब्रह्मानंद रामकृष्ण मिशन प्रधानाचार्य सचिन जोशी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया
अतिथियों ने प्रतिभाशाली बच्चों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ पुरुस्कार देकर भी सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि का उद्बोधन
शिक्षा और संस्कार का महत्व
अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों की अनिवार्यता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “शिक्षित और संस्कारिक होकर ही अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।”
उन्होंने श्री गुरु राम राय मिशन के शिक्षा, चिकित्सा एवं सेवा के क्षेत्र में निरंतर योगदान की सराहना की। उन्होंने इस अवसर पर श्री महन्त देवेंद्र दास जी महाराज की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि वे शिक्षा की अलख जगाकर समाज में एक भारतीय संस्कृति एवं युवाओं में संस्कार भर रहे हैं जिससे आगामी समय में भारत वर्ष विश्व गुरु के रूप में प्रतिस्थापित होगा प्रोफेसर बत्रा ने युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद जी का उदाहरण देते हुए कहा कि आज के युवाओं को भी उनके आदर्शों पर चलकर देश के विकास में सहयोग करना चाहिए।
प्रधानाचार्य का प्रेरणादायक संदेश
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि नन्हे-मुन्ने बच्चों का आत्मविश्वास और बड़े विद्यार्थियों की कला देखकर मन मंत्रमुग्ध हो गया। उन्होंने इसे “हमारी संस्कृति और संस्कारों की एक सुंदर झलक” बताया और सभी प्रतिभागी छात्रों एवं उन्हें तैयार करने वाले शिक्षकों को बधाई दी।
इस अवसर पर उपस्थित महामंडलेश्वर स्वामी शिवानन्द जी महाराज एवं कृष्णमूर्ति ने अपने वक्तव्य के द्वारा छात्र छात्राओं को आशीर्वाद प्रदान किया उन्होंने अभिभावकों को बच्चों को संस्कारित करने के लिए प्रेरित किया



