

हरिद्वार, संवाददाता। हरिद्वार के पौराणिक तीर्थ स्थल भीमगोडा कुंड का फिर से जीर्णोद्धार कराया जाएगा। डीएम मयूर दीक्षित ने भीमगोडा का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण द्वारा भीमगोडा कुंड को पौराणिक स्वरूप प्रदान किया जाएगा। बुधवार को डीएम मयूर दीक्षित ने पौराणिक महत्व के धार्मिक स्थल भीमगौड़ा कुण्ड क्षेत्र क निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोगों से भीमगोडा के रख रखाव, सफाई व्यवस्था इत्यादि की जानकारी ली। डीएम ने निरीक्षण के दौरान भीमगोडा कुण्ड एवं उसके आस पास के क्षेत्र के विकास के लिए भी संबंधित अधिकारियों के साथ भी चर्चा की। मौके पर ही उन्होंने हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कुण्ड परिसर के सौंदर्यकरण हेतु प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाए ताकि पौराणिक स्थल का महत्व भी बना रहे। उन्होंने कहा कि हमारी पौराणिक धरोहर को संजोने के साथ ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कुण्ड परिसर एवं उसके आसपास से अतिक्रमण को तत्काल हटाने तथा अवैध पोस्टर, बैनर और अवैध होर्डिंग्स तत्काल हटाने के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दिये। डीएम ने भीमगोडा क्षेत्र की सफाई व्यवस्था में भी और सुधार लाने को कहा। उन्होंने कुण्ड में पानी की प्रतिदिन आपूर्ति हेतु मां गंगा से कुण्ड तक पानी पहुॅचाने वाले नाले के मुहाने का निरीक्षण किया और कुंड में हर समय स्वच्छ पानी की उपलब्धता हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये।
निरीक्षण के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, एचआरडीए के सचिव मनीष सिंह, पार्षद सुमित चौधरी सहित सम्बन्धित अधिकारी जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
पार्षद सुमित चौधरी ने डीएम की सराहना की
निरीक्षण के दौरान डीएम मयूर दीक्षित ने स्थानीय पार्षद और अन्य कई विभागों के अधिकारियों से बातचीत की। यहां साफ सफाई और पथ प्रकाश इत्यादि व्यवस्था की जानकारी ली। डीएम ने यहां आने वाली गंगा की धारा के उस स्थल को भी जांचा जहां से प्राचीन काल में यहां गंगाजल आता था। पार्षद सुमित चौधरी ने डीएम मयूर दीक्षित के प्रयास की सराहना की और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अब बहुत जल्द ही भीमगोडा कुंड की पौराणिकता लौट आएगी। बहुत जल्द यह हरिद्वार के प्रमुख तीर्थ स्थलों में शामिल होगा।
दो बार किया जा चुका है जीर्णोद्धार
हरिद्वार के भीमगोडा कुंड का वर्ष 2010 के कुंभ मेले के दौरान भी जीर्णीधार कराया गया था। लेकिन देखरेख के अभाव में इसकी फिर से इसकी हालत खस्ताहाल हो गई। यहां कुंड का पानी सड़ने लगा और श्रद्धालुओं ने भी यहां आने में रुचि नहीं दिखाई। इसके बाद फिर से प्रशासन ने इसका संज्ञान लिया और वर्ष 2021 कुंभ मेले में इसका जीर्णोद्धार कराया गया। इसके बाद यहां फिर से वहीं स्थिति बन गई। महाभारतकालीन इस धार्मिक स्थल पर अब भी यात्री बहुत कम संख्या में आते हैं। इसलिए नए डीएम मयूर दीक्षित ने इसका संज्ञान लिया। उन्होंने निरीक्षण कर फिर से जीर्णोद्धार के निर्देश दिए हैं।
अवैध पार्किंग से ढक जाता है भीमगोडा
हर की पैड़ी के पास बने इस पौराणिक धरोहर की वैसे तो दूर दूर तक ख्याति है। लेकिन कुंड के बाहर अवैध पार्किंग इसकी पौराणिकता को बट्टा लगाती आई है। हालांकि समय समय पर प्रशासन पार्किंग संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करता रहता है लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते फिर से यहां ऑटो और बैटरी रिक्शा का जमावड़ा लग जाता है। बाहर खड़े ऑटो और रिक्शा से जहां जाम की स्थिति बनी रहती है। जाम और भीड़ के कारण बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा यहां जाने से दूरी बना ली जाती है।



