
हरिद्वार/काशीपुर, 24 अक्टूबर 2025: हरिद्वार पुलिस ने एक ब्लाइंड मर्डर केस का सफलतापूर्वक पर्दाफाश किया है। 18 अक्टूबर को श्यामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम गाजीवाली में हाईवे किनारे एक खाली प्लॉट में मिली अज्ञात महिला की अधजली लाश की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हत्या की वजह लव ट्रायंगल और पुरानी दुश्मनी बताई गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हरिद्वार के कुशल निर्देशन में गठित विशेष टीम ने घटना का संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई की। SSP ने स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण किया और सीओ सिटी के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष श्यामपुर मनोज शर्मा के नेतृत्व में पुलिस दल को मामले के अनावरण के निर्देश दिए। पुलिस ने हाईवे से गुजरने वाले करीब 300-400 वाहनों के CCTV फुटेज का सूक्ष्म विश्लेषण किया। ANPR कैमरों की मदद से एक सफेद रंग का कंटेनर ट्रक (रजिस्ट्रेशन नंबर UK18CA-4788) संदिग्ध पाया गया।
टीम उधम सिंह नगर पहुंची, जहां पता चला कि काशीपुर निवासी सीमा खातून गुमशुदा है। जांच में सामने आया कि सीमा खातून आखिरी बार अपनी साथी महिला के साथ उक्त ट्रक में देखी गई थी। पुलिस ने उस महिला को हिरासत में लिया, जिसने गहन पूछताछ में हत्या कबूल ली। महिला ने बताया कि मृतका सीमा खातून ने उसके बेटे को NDPS मामले में मुखबिरी कर जेल भिजवाया था, जिससे पुरानी रंजिश थी।
आरोपी सलमान पुत्र घसीटा खां (उम्र 30 वर्ष, निवासी मझरा लक्ष्मीपुर, काशीपुर) सीमा खातून का प्रेमी था। सलमान ने पूछताछ में कबूला कि वह कहीं और शादी करना चाहता था, लेकिन सीमा पैसे और संबंधों को लेकर झगड़ा करती थी। 17 अक्टूबर 2025 को काशीपुर के केवीआर तिराहे के पास हाईवे पर ट्रक के अंदर दोनों के बीच विवाद हुआ। गुस्से में सलमान ने चुन्नी से सीमा का गला दबाकर हत्या कर दी और महिला ने उसकी मदद की। शव को पहचान छिपाने के लिए ट्रक से श्यामपुर लाकर खाली प्लॉट में डीजल डालकर जला दिया।
23 अक्टूबर को महिला (पत्नी स्व. नासिर, उम्र 53 वर्ष, निवासी मझरा लक्ष्मीपुर) को मुकदमा संख्या 110/25, धारा 103(1), 238(क), 61(2) बीएनएस के तहत हिरासत में लिया गया। उसी दिन रात्रि चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर श्यामपुर क्षेत्र के रसियाबड़ के पास सलमान को ट्रक समेत धर दबोचा गया।
बरामदगी: घटना में प्रयुक्त ट्रक (UK18CA-4788) और शव जलाने में इस्तेमाल डीजल जेरीकेन।
पुलिस टीम में शामिल अधिकारी/कर्मचारी: निरीक्षक नरेंद्र सिंह विष्ट (प्रभारी सीआईयू), थानाध्यक्ष मनोज शर्मा, व0उ0नि0 मनोज रावत, उ0नि0 गगन मैठाणी, उ0नि0 नवीन चौहान, हे0कानि0 प्रो0 मनमोहन सिंह, हे0कानि0 देशराज, कानि0 रमेश, कानि0 नवीन क्षेत्री, कानि0 दीपक चौधरी, कानि0 सतेन्द्र, कानि0 दीपगौड़, कानि0 राहुल देव, कानि0 अनिल, कानि0 राजवीर, कानि0 मनमोहन, कानि0 हरवीर और कानि0 नरेंद्र।
आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है। SSP हरिद्वार ने टीम की सराहना की और कहा कि तकनीकी जांच और मुखबिर तंत्र की बदौलत यह ब्लाइंड केस महज कुछ दिनों में सुलझ गया।



